Delhi/Patna: कोरोना (Corona) से एक तरफ चारो ओर हाहाकार मचा हुआ है. वहीं, दूसरी तरफ राज्यों में लगे लॉकडाउन (Lockdown) से आम लोगों को रोजी-रोटी के लिए बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसके कारण गरीब लोगों का एकमात्र रोजगार का साधन लगभग बंद हो गया.
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इसी बीच एक नजारा दिल्ली रेलवे स्टेशन (Delhi Railway Station) और आईएसबीटी (ISBT) बस स्टैंड पर देखने को मिला. लॉकडाउन के दौरान ज्यादा लोग देखने को नहीं मिले. यहां रोजी-रोजगार वाले ही लोग देखने को मिले या वही लोग थे जिन्हें बहुत मजबूरी में आना-जाना पड़ रहा है. बिहार जाने वाले यात्री वाले एक यात्री ने बताया कि ‘पिता जी की मृत्यु हो गई इसलिए जा रहे है वरना नहीं जाते.’
इसके बाद छांव में बैठे कुछ ऑटो-चालकों ने बताया कि’ वह दिन में मात्र 100 या 200 रुपए की कमाई करा पाते हैं और खुद के 2 वक्त का खाना का जुगाड़ कर लेते हैं या पानी पी कर सो जाते हैं.’ वहीं, दिल्ली रेलवे स्टेशन पर कुली वालों ने तो इंसानियत की मिसाल पेश कर दी. उन्होंने बताया कि ‘अपने चंदे का पैसा इकट्ठा कर पानी मंगवाते है. इससे स्टेशन पर तकरीबन सभी वैसे लोग पानी पीते है जो खरीद नहीं सकते हैं.’
इसके बाद बाहर छोटी सी दुकानों पर काम कर रही एक महिला ने बताया कि ‘घर में बच्चे है और यहां कुछ सामान नहीं बिक रहा है और बहुत मुश्किल से 200 रुपए ही कमा पाते हैं.’ इसके साथ ही एक केले वाले ने बताया कि ‘हमनें केले के साथ-साथ सैनिटाइजर भी बेचने शुरू कर दिया है क्योंकि घर चलाने के लिए कुछ तो करना पड़ेगा.’ वहीं, लॉकडाउन की वजह से पटरी पर दुकान लगाने वालों की स्थिति बुरी हो गई है और उन्होंने बताया कि ‘ घर बैठ नहीं सकते बाहर कोई ग्राहक नहीं है.’
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आंनद विहार में दुकानदार ने अपनी दुकान तो खोल रखी है. लेकिन लोग नहीं दिख रहे हैं. यहां तो वो पुल पर गिने चुने-चेहरे नजर आए. यहां दुकानदार लूडो खेलते मिले और गाना सुनते दिखे. उन्होंने बताया कि ‘सुबह से शाम हो गई ग्राहक नहीं आया है. दुकान सैनिटाइजर की हो या मास्क की सबके व्यापार इस समय ठप है.’ हाल यह है कि गरीबी दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रहीं है और देश की सरकार, शासन-प्रशासन इस बेबस मायूस मजबूर स्थिति पर कुछ कदम नहीं उठा रही है.