WHO chief Tedros Adhanom on Coronavirus: दुनियाभर में करोड़ों लोगों को अपना शिकार बनाकर लाखों लोगों को मौत के मुंह में धकेलने वाले कोरोना वायरस (Coronavirus) के अंत को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं. ऐसे में सात समंदर पार से लेकर हिंदुस्तान तक में इस बात की चर्चा चल रही है कि मानों कोरोना के अंत की आहट निकट है. दरअसल हाल ही में जब विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के चीफ का एक बयान आया तो ऐसी अटकलें एक बार फिर से तेज हो गईं.

कोरोना के खत्म होने जैसा WHO का अनुमान

भारत में कोरोना की पहली और दूसरी लहर ने जमकर कोहराम मचाया था. अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, इटली ऐसे देशों में तो मौत के आंकड़ों ने पूरी दुनिया को अदंर तक हिलाकर रख दिया था. अब मौत के वैश्विक आंकड़ों को लेकर ऐसा अपडेट आया कि WHO जैसे संगठन को ऐसा लगता है कि महामारी का अंत निकट है. हालांकि जब इस वायरस की काट यानी कोरोना की वैक्सीन का ईजाद हुआ था तब ये कहा गया था कि हम सभी को कोरोना के साथ रहने की आदत डालनी होगी. WHO चीफ ने अपनी वीकली प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘हम इससे पहले कभी इससे बेहतर स्थिति में नहीं थे. हम विनिंग पोजिशन में हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम इससे पूरी तरह से निश्चिंत हो जाएं’.

मौत के आंकड़े में 22 फीसदी की गिरावट

दरअसल बीते एक हफ्ते में कोरोना से मौत के आंकड़े में बड़ी गिरावट आई है. वहीं WHO के ताजा आंकड़ों के मुताबिक मार्च 2020 के साथ पहली बार कोरोना से मौतों में इतने बड़े पैमाने पर कमी देखी गई है. जिसके बाद डब्ल्यूएचओ चीफ ने कहा कि दुनिया में कोरोना महामारी का अंत दिखने लगा है. हालांकि इस वैश्विक संगठन ने आने वाली सर्दियों के सीजन से पहले इसी कोरोना के नए वैरियंट को लेकर चेतावनी भी जारी की है. 

क्या अब नहीं आएगी कोरोना की एक और लहर?

पूरी दुनिया में अब हालात बदल चुके हैं. पिछले डेढ़ साल के दौरान कोरोना के नए वेरिएंट से लड़ने के लिए कई सारी कारगर कोरोना वैक्सीन आ गई हैं. अमेरिका में यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने क्वारंटीन के नियम वापस ले लिए हैं. लोगों ने अपने मास्क उतार लिए हैं. वो पहले की तरह काम पर लौटने लगे हैं, हालांकि इसका यह मतलब नहीं है कि पूरी तरह से निश्चिंत होकर घूमा जाए.

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