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नई दिल्ली: साल 1996 तक संयुक्त राज्य अमेरिका ने कभी भी महिला जिमनास्टिक में स्वर्ण पदक नहीं जीता था. लेकिन 1996 में जिमनास्टिक चैंपियन कैरी स्ट्रग ने अपने देश का नाम रोशन कर दिया और ऐसा इतिहास रचा जिसे हमेशा याद किया जाएगा. 

आज हम आपको चैंपियन कैरी स्ट्रग की ऐसी कहानी बताने वाले हैं जिसे जानकर उनकी तारीफ करने से खुद को नहीं रोक पाएंगे. अपने देश के लिए कैरी ने अपने दर्द को भुलाकर वो सफलता हासिल की, जिसकी उम्मीद किसी को नहीं थी. 

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बात साल 1996 की है. जहां रूस और रोमानिया को जिमनास्ट के टीम इवेंट के गोल्ड का दावेदार माना जा रहा था. लेकिन अमेरिका ने इन खेलों में अपनी प्रतिभा से जीत हासिल कर ली. गौरतलब है कि इस प्रतियोगिता में शुरू में अमेरिका के चार जिमनास्टों ने अच्छा प्रदर्शन किया, जिससे टीम का स्कोर और बढ़िया हो गया. जिसके बाद पांचवीं प्रतियोगी डोमीनीक मोसेनु दौड़कर वॉल्ट पर आईं और लैंड करते वक्त बैठ गईं. जिसके कारण उन्हें 9.200 अंक मिले. जो जीत हासिल करने के लिए काफी कम माने जा रहे थे. 

उसके बाद कैरी स्ट्रग पर अपने देश को जीत दिलाने के लिए अपना हुनर दिखाना था. जिसके लिए उन्हें अच्छा प्रदर्शन करना था. कैरी स्ट्रग और उनकी टीम पर कई लोगों की उम्मीदें टिकी थीं. जिसके चलते उनपर बहुत दबाव भी था. इसके साथ ही उन्हें समर्थन भी मिल रहा था.अपनी बारी आने पर वह दौड़ कर आईं लेकिन अच्छी लैंडिंग नहीं कर पाईं और बड़ी बात तब हुई जब वह उठने लगी तो पता चला कि उनके टखने पर गंभीर चोट लग चुकी थी. 

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दर्द को भूल देश के नाम की जीत
कैरी दर्द के तड़प रही थी क्योंकि उनकी ऐड़ी के दो लिगामेंट फट चुके थे. ऐसे में कोई भी समझेगा कि उनके करियर का अंत हो चुका है. लेकिन कैरी ने हार नहीं मानी और देश को जीत दिलाने की ठान कर आगे बढ़ीं. उस वक्त अमेरिका का गोल्ड दाव पर था. इसके लिए उन्होंने पैर में पट्टी बांधी और जंप करने का फैसला किया. कैरी ने हिम्मत दिखाते हुए दूसरा वॉल्ट किया और जख्मी पैर के साथ शानदार लैंडिंग की. शानदार प्रदर्शन के साथ ही कैरी ने देश को पहली बार इन खेलों में गोल्ड मेडल जिताया.

पूरे देश में मनाया गया जीत का जश्न 
जीत के बाद प्रेजेंटेशन सेरेमनी पर कैरी के कोच उन्हें खुद गोद में लेकर पोडियम तक लाए. कैरी और पूरे देश के लिए यह वक्त गर्व का था. वह एक पैर के सहारे दिल पर हाथ रखे अमेरिका के ऊपर जाते झंडे को निहार रही थी. वहां मौजूद हर शख्स की आंखों में कैरी के लिए गर्व और खुशी के आंसू थे. उस वक्त हर अखबार और टीवी चैनल पर कैरी ही सुर्खियों में थीं. 

कब शुरू हुआ था ओलिंपिक का सफर
कैरी स्ट्रग ने अपने ओलिंपिक सफर की शुरुआत 1992 में की थी. 14 साल की उम्र में वह अमेरिका की जिमनास्ट टीम की सबसे युवा प्रतिभागी बनकर बार्सिलोना पहुंच गई थी.ओलिंपिक ट्रायल में ही स्ट्रग फ्लोर पर गिर गई थीं, उन्हें लगा था कि वह क्वालिफाई नहीं कर पाएंगी लेकिन उनका नाम टीम में शामिल किया गया था. 

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