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शैलेंद्र सिंह ठाकुर/बिलासपुर: इस मुश्किल घड़ी में लोगों की जान बचाने के लिए डॉक्टर दिन रात ड्यूटी कर रहे हैं, वहीं एक डॉक्टर ऐसा भी है जो कई लोगों की जान ले चुका है. मामला छत्तीसगढ़ के बिलासपुर का है. जहां एक डॉक्टर ने आपदा को अवसर बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. इस डॉक्टर ने दवा को शराब बनाकर 9 मासूम लोगों की जान ले ली.

आरोपी डॉक्टर एस आर चक्रवर्ती को सिरगिट्टी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने डॉक्टर के क्लिनिक से 12 बोतल डोसरा नशीला सीरप भी जब्त किया है. दरअसल शराब की किल्लत और ग्रामीणों को नशा मुहैया कराने के लिए इस डॉक्टर ने होमियोपैथी के सीरप को दारू बनाकर बेचना शुरू कर दिया. नशे के आदि ग्रामीणों ने भी डॉक्टर पर भरोसा कर लिया और उस दवा का जरूरत से ज्यादा सेवन कर लिया. जिससे 9 लोगों की मौत हो गई.

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इस घटना के बाद से गांव में हड़कंप मच गया है. पुलिस के तमाम बड़े अधिकारी से लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में कैंप लगाकर ग्रामीणों का स्वस्थ्य परीक्षण भी शुरू कर दिया है. 

सिरगिट्टी पुलिस के मुताबिक मृतक के परिजनों, ग्रामीणों और गंभीर मरीजों के बयान के आधार पर ये कार्रवाई की गई है. जिसमें डॉक्टर चक्रवर्ती द्वारा बिना प्रिस्क्रिप्शन के गांव में ही संचालित मुनिया माता क्लीनिक से अल्कोहल युक्त सिरप देने की बात सामने आई है.

यही नहीं आरोपी डॉक्टर के क्लीनिक की वैधता भी सवालों के घेरे में है. लिहाजा पुलिस ने आरोपी डॉक्टर के खिलाफ धारा 304/12/13 एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही पुलिस डॉक्टर का पुराना रिकॉर्ड भी खंगाल रही है.

सूत्रों के अनुसार इससे पहले भी डॉक्टर पर गलत इलाज के कारण दो बच्चों के मौत का आरोप चुका है. उसकी जांच भी अभी जारी है. हालांकि प्रशांत अग्रवाल (एसपी बिलासपुर) का कहना है कि 9 ग्रामीणों की मौत की असली वजह का पता लगाया जा रहा है. क्या वास्तव में उनकी मौत सिरप पीने से हुई या कोई और कारण भी हो सकता है. इसके लिए सभी शवों का पोस्टमार्टम कराया गया, लेकिन उसमें भी वजह का पता नहीं चल पाया है. 

जिसके मद्देनजर पुलिस ने मृतको का बिसरा सुरक्षित रख लिया है. बिसरा की फोरेंसिक जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मौतों की असली वजह का खुलासा हो पायेगा.