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Jalore: 18 घंटे बाद बोरवेल से मासूम को निकाल लिया गया. उसे निकालने में एनडीआरएफ (NDRF) की तकनीक काम नहीं आई. आखिर देशी जुगाड़ से ही बोरवेल से अनिल को निकाला गया. देर रात 2.30 बजे देशी जुगाड़ के माध्यम से मासूम अनिल को सकुशल बाहर निकाल लिया गया.

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सांचोर के लाछड़ी गांव में एक खेत में खेलने के दौरान चार साल का बच्चा अनिल 90 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया. बच्चे को बोरवेल से बाहर निकालने के लिए पहले स्थानीय स्तर पर आई हुई SDRF की टीम पहुंची लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी,फिर तकरीबन 8 घण्टे से गुजरात से NDRF की दो टीम व एक टीम अजमेर से पहुंची लेकिन तकनीक काम नहीं आई और आखिर देशी जुगाड़ से देर रात 2.30 बजे मासूम अनिल देवासी को सकुशल बाहर निकाला गया.

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क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि कल सुबह 10 बजे अनिल देवासी खेलते-खेलते अपने घर के आगे खोदे गए बोरवेल में गिर गया, जिसके बाद परिजनों ने प्रशासन को सूचना दी. सूचना पर सांचोर एसडीएम भूपेंद्र यादव, एडिशनल एसपी दशरथसिंह, चिकित्सा विभाग की टीम सहित पूरा प्रशासन मौके पर पहुंचा और तुरन्त बोरवेल में ऑक्सीजन सप्लाई शुरु की. उसके बाद सांचोर आई हुईं एसडीआरएफ की टीम को मौके पर बुलाया गया लेकिन एसडीआरएफ की टीम को भी सफलता नहीं मिली.

उसके बाद गुजरात से दो NDRF की टीम को बुलाया गया. करीब आठ घण्टे बाद NDRF की टीम व एक अजमेर से NDRF की टीम पहुंची. फिर रेस्क्यू अभियान शुरु किया लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी. आखिर में देर रात 2.30 बजे देशी जुगाड़ के माध्यम से मासूम अनिल को सकुशल बाहर निकाल लिया गया. फिलहाल अनिल सांचोर के निजी अस्पताल में भर्ती है, जिसका उपचार चल रहा है हालांकि अनिल स्वस्थ है.

देशी जुगाड़ से ही अनिल को निकाला गया 
आज के तकनीक के युग मे भी NDRF की तकनीक काम नहीं आई. 4 टीमें कोशिश करती रही लेकिन सफलता नहीं मिली और आखिर में भीनमाल के मेड़ा निवासी माधाराम सुथार के द्वारा बनाया गए देशी जुगाड़ से अनिल को बोरवेल से निकाला गया.

जालोर कलेक्टर रही मौजूद
4 वर्षीय अनिल के बोरवेल में गिरने की सूचना पर जालोर कलेक्टर नम्रता वृष्णि व एसपी श्यामसिंह मौके पर रहे. वे पूरी तरह से मॉनिटरिंग करते रहे और देर रात ढाई बजे तक मौके पर मौजूद रहे. अनिल को बाहर निकालने के बाद प्रशासन और परिजनों ने राहत की सांस ली.

Reporter- Bablu Meena