News in Brief

भोपाल. मध्य प्रदेश में कोरोना अब नियंत्रण में आ रहा है. ऐसे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार शाम प्रदेश की जनता से संवाद किया. सीएम नेकहा कि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है. वायरस अभी गया नहीं है. इसलिए सावधानी बरतना बहुत जरूरी है.   

सभी के प्रयासों से कम हुआ कोरोना 
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण सभी की मदद से पाया गया है. सीएम ने कहा कि ये संक्रमण को नियंत्रित करने का मध्य प्रदेश इसका अलग मॉडल है, यह जनता का जनता के लिए जनता के द्वारा मॉडल. प्रदेश में कोरोना अकेले सरकार ने नियंत्रण नहीं किया बल्कि हमने संकट से निपटने के लिए क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप बनाए. गांव का क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप, शहर के वार्ड का क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप, ब्लॉक के क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप और जिले के क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप. इन ग्रुप ने अच्छा काम किया जिससे प्रदेश में संक्रमण की दर को कम किया जा सका. 

MP में रिकवरी रेट  93.39 
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कल 70 हजार से अधिक टेस्ट हुए. जिनमें से पॉजिटिव केस केवल 2 हजार 189 आए और 7 हजार 846 व्यक्ति स्वस्थ हुए. पॉजिटिविटी रेट घटकर 3.1 प्रतिशत रह गया है. रिकवरी रेट बढ़कर 93.39 प्रतिशत है. यह प्रतिशत लगातार बढ़ता जा रहा है. लेकिन हमें निश्चिंत नहीं होना है. संकट अभी टला नहीं है. खतरा अभी बाकी है वायरस हमारे बीच है. यह बात सही है कि 17 जिलों में आज 10 से कम केस आए लेकिन अभी भी इन्दौर और भोपाल में बहुत सावधानी की आवश्यकता है. दोनों स्थानों पर लगातार 500 से अधिक पॉजिटिव केस आ रहे हैं. रतलाम, रीवा, अनूपपुर, सीधी जिलों को भी सावधानी की जरूरत है. इन जिलों के साथ ही संपूर्ण प्रदेश में सावधानी की आवश्यकता है.

तीसरी लहर को रोकना हैः मुख्यमंत्री 
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अब तीसरी लहर की संभावना है. यदि हम असावधान रहे तो संक्रमण धीरे-धीरे बढ़ता रहेगा. यदि इस संक्रमण का विस्फोट हुआ तो वही तीसरी लहर हो जाएगी. इसलिए हमें दिन-प्रतिदिन की जरूरी गतिविधियां चलाते हुए तीसरी लहर को रोकने की कोशिश करना है. इसके लिए रोडमैप तैयार किया गया है. गतिविधियां आरंभ होंगी लेकिन पूरी तरह से नहीं. राजनैतिक रैलियां, सभाएं, धार्मिक आयोजन पूरी तरह से बंद रहेंगे. शादी-विवाह में न्यूनतम संख्या का बंधन होगा. जो लोग सम्मिलित हों वह टेस्ट कराकर आएं, आयोजन स्थल पर टेस्ट की व्यवस्था की जाएगी. यह सावधानियां हमें बरतनी ही होगी. 

हर दिन होंगे 75 हजार टेस्ट
सीएम शिवराज ने कहा कि प्रदेश में हर दिन 75 हजार टेस्ट करने का लक्ष्य रखा गया है. संक्रमण एक से दूसरे में न फैले इसके लिए मास्क का उपयोग, दुकान के सामने गोले बनाने और उसके अनुशासन का अनुसरण आवश्यक होगा. भीड़ इकट्ठी नहीं हो पाए इसलिए धारा 144 लगी रहेगी. इसके साथ-साथ टेस्ट भी जारी रहेंगे. फीवर क्लीनिक चलते रहेंगे, मोबाइल टेस्टिंग टीम भी कार्य करेगी. टेस्टिंग का यह लाभ होगा कि यदि कोई संक्रमित है तो उसका तत्काल पता चल जाएगा. संक्रमित को होम आइसोलेशन में, मेडिकल किट देकर अथवा कोविड केयर सेंटर में उसके रहने की व्यवस्था की जाएगी. इससे संक्रमण नहीं फैलेगा.  

1 जून से धीरे-धीरे आर्थिक गतिविधियां शुरु करेंगे
सीएम ने कहा कि प्रदेश में 1 जून के बाद धीरे-धीरे अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होगी. उन्होंने कहा कि तीसरी लहर के तिए सावधान रहने की जरुरत है. यदि असवाधान रहे, बड़े पैमाने पर आयोजन होने लगे और भीड़ जुटने लगी तो संक्रमण को फैलने में देर नहीं लगेगी. इसलिए कोरोना कर्फ्यू धीरे-धीरे खुलेगा. गांव में  ब्लाक और जिले की क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप तय करेंगे. हमने इसके लिए रोडमैप तैयार किया है. हालांकि प्रदेश में धारा-144 लागू रहेगी.

ये भी पढ़ेंः कोरोना से मृत सरकारी कर्मचारी के परिजन को कैसे मिलेगी अनुकंपा नियुक्ति, यहां जानिए पूरी प्रक्रिया

WATCH LIVE TV