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Jaipur: जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में धरती पर भगवान कहे जाने वाले डॉक्टरों ने एक मासूम के जीवन को सुरों से सजा दिया है. इसी के साथ सवाई मानसिंह अस्पताल ऑडिट्री ब्रेनस्टेम इंप्लांट करने वाला देश का पहला सरकारी अस्पताल बन गया है. अस्पताल के न्यूरो सर्जरी और ईएनटी विभाग की टीम ने चेन्नई से आई विशेषज्ञों की टीम के साथ मिलकर 14 साल की बालिका का जटिल ऑपरेशन कर उसे सुनने लायक बना दिया. 9 जुलाई को एसएमएस अस्पताल के चिकित्सकों ने ऑडिट्री ब्रेनस्टेम इम्प्लांट किया गया था. जिस का शुक्रवार को सफल स्विच ऑन किया गया. इस सर्जरी में बड़ी बात ये रही कि पूरी सर्जरी में करीब 16 लाख रुपये का खर्चा आया, जिसमें से 10 लाख रुपये चिरंजीवी सरकारी योजना से परिवार को मिल गए.

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एसएमएस कॉलेज प्रिंसीपल डॉ. राजीव बगरहट्टा, अधीक्षक डॉ. अचल शर्मा, डॉ. मोहनीश ग्रोवर की मौजूदगी में चेन्नई की टीम ने इम्प्लांट का स्विच ऑन किया. इम्प्लांट ऑन होने के साथ ही 14 साल की अन्नु को नई जिंदगी मिल गई. इम्प्लांट की मदद से चिकित्सकों की आवाज को सुनकर अन्नू ने रेस्पोंस दिया और जन्म से नहीं सुन पाने वाली अन्नू अब सुनने लगी. पहली बार कानों में आवाज सुनकर अन्नू  मुस्कराने लगी, उसके लिए सबकुछ बहुत नया और खुशी देने वाला था. अब तक यह इम्प्लांट दिल्ली और चेन्नई के दो निजी अस्पतालों में ही होता था. सरकारी क्षेत्र में देशभर में एसएमएस पहला संस्थान बना जहां यह इम्प्लांट हुआ.

राजस्थान में 15 लाख तक के इलाज भी चिरंजीवी योजना में फ्री

राजस्थान में 2300 से ज्यादा जांच समेत फ्री सर्जिकल आइटम, दवाइयों की संख्या 5000 से अधिक है. बोनमेरो ट्रांसप्लांट चिरंजीवी योजना में निशुल्क बोनमेरो ट्रांसप्लांट की सुविधा है. चिरंजीवी योजना के तहत निजी अस्पताल में 15 से 20 लाख रु. जबकि सरकारी में 7-8 लाख रु.लगते हैं. एसएमएस में इस साल 7 बोनमेरा ट्रांसप्लांट हो चुके हैं. ब्रेस्ट, लंग्स, प्रोस्टेट कैंसर, ब्रेस्ट व प्रोस्टेट कैंसर के 4 से 8 लाख रु., लंग्स कैंसर में 20 से 35 लाख रु तक लगते हैं. कॉक्लियर इम्प्लांट में 8 लाख रु. तक खर्च लेकिन चिरंजीवी में यह इलाज मुफ्त है एसएमएम में हर माह 3 से 4 इम्प्लांट होते हैं.

हार्ट और किडनी ट्रांसप्लांट की बात करें तो किडनी ट्रांसप्लांट में 5 से 6 लाख रु., हार्ट में 15 लाख, लीवर में 20 लाख रु. तक लगते थे लेकिन सरकारी अस्प्तालों में ये भी मुफ्त है. न्यूरो और हार्ट सर्जरी की बात की जाए तो एक लाख रुपए तक में होने वाली एंजियोप्लास्टी, पांच लाख रुपए तक में होने वाली हार्ट सर्जरी और वाल्व रिप्लेसमेंट के अलावा एंडोस्कोपिक सर्जरी में भी तीन लाख रुपए तक का खर्च आता था लेकिन अब ये सभी निशुल्क हो रही हैं.

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