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Patna: बिहार में कोरोना का कहर जारी है. ऐसे में कोरोना संक्रमण की समस्या से निजात पाने के लिए राज्य सरकार ने 15 मई तक के लिए फिलहाल लॉकडाउन लगा दिया है. इस बीच, लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए पुलिस मुख्यालय ने यह फैसला किया है कि ऑफीस में काम करनेवाले पुलिसकर्मियों को भी अब सड़को पर उतारा जाएगा. 

इसके लिए पुलिस मुख्यालय ने नोटिफिकेशन जारी कर सभी को सूचित कर दिया है. ऑफिस में काम करने वाले 50 फीसदी पुलिसकर्मियों को फील्ड में भेजा जा रहा है.

लॉकडाउन को कड़ाई से लागू कराने के लिए लिया गया यह फैसला

जानकारी के अनुसार, इस फैसले से थाने का काम प्रभावित हो रहा है. लेकिन, इसके बावजूद लॉकडाउन को कड़ाई से लागू कराने के लिए यह फैसला लिया गया है.राजधानी पटना के सब्जीमंडी बाजार बस स्टैंड जैसे भीड़-भाड़ वाले इलाकों पर विशेष निगरानी रखने के लिए पुलिसकर्मी लगाए गए हैं. 

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लापरवाह अधिकारियों पर की जा रही है करवाई
कोरोना काल में लापरवाह अधिकारियों पर करवाई की जा रही है. ड्यूटी से गायब रहने वाले मजिस्ट्रेटों पर कार्रवाई हो रही है. पटना जंक्शन पर ड्यूटी में लगाए गए 4 मजिस्ट्रेट गायब मिले. इसके बाद पटना जिलाधिकारी के आदेश पर चारों मजिस्ट्रेट पर केस दर्ज हुआ है.

इन 4 मजिस्ट्रेट के खिलाफ दर्ज किया गया FIR
12 अप्रैल को इन्हें ड्यूटी पर लगाया गया था लेकिन जांच में ये मजिस्ट्रेट अपनी जगह से गायब पाए गए. इनपर आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005, एपीडेमिक डिजीज एक्ट 1997, आईपीसी की धारा 188 के तहत मामला दर्ज किया गया है. जानकारी के अनुसार, जिन मजिस्ट्रेट पर केस दर्ज हुआ है, उनमें प्रखंड उद्यान पदाधिकारी अनिल कुमार मिश्रा , जूनियर इंजीनियर गौतम प्रसाद गौंड, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी हरिश्चन्द्र चौधरी, जूनियर इंजीनियर अखिलेश का नाम शामिल है.