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Araria: अररिया में नशा के सौदागरों द्वारा शराब, कफ सिरप सहित नशीले दवाइयों के साथ ब्राउन सुगर और स्मैक के धंधे की ओर कदम बढ़ा दिया है और उसके चंगुल में युवा पीढ़ी आ रहे हैं. 
लगातार सोशल मीडिया पर मिल रही शिकायत और लोगों के सूचना पर नगर थाना पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर आठ युवकों को स्मैक के साथ गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की. पुलिस ने गिरफ्तार युवकों के पास से स्मैक के साथ डिजिटल तराजू,तीन मोबाइल और बाइक बरामद किया है.
 
शुरुआती दौर में गिरफ्तार 2 युवकों ने स्मैक कारोबार होने का खोला राज..
जिला मुख्यालय में स्मैक के कारोबार होने का खुलासा सदर एसडीपीओ पुष्कर कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस में किया है. उन्होंने बताया कि एक बाइक पर पहले गश्ती दल द्वारा आयुष सिंह और प्रियांशु आर्यन को पकड़ा गया. पुलिस ने दोनों के पास से सबसे पहले 1.6 ग्राम स्मैक को पकड़ा और जब दोनों से पूछताछ की गई तो दोनों ने मीरा टॉकीज के पास से बादल मल्लिक से खरीदे जाने की बात कही. इसके बाद नगर थानाध्यक्ष सुनील कुमार के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने छापेमारी की तो मीरा टॉकीज के पास से मौके पर से स्मैक का सेवन और बिक्री करते छह युवकों को गिरफ्तार किया गया. 

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प्लास्टिक के छोटे-छोटे डब्बे में स्मैक अलग-अलग मात्रा में पकड़ा गया…
सभी के पास से प्लास्टिक के छोटे-छोटे डब्बे में स्मैक अलग-अलग मात्रा में पकड़ा गया. पुलिस ने मौके से बादल मल्लिक,सूरज मल्लिक, मोबिन आलम, मोहम्मद जसीम,मोहम्मद आदिल, रितेश कुमार राय को स्मैक के साथ गिरफ्तार किया. मामले में पुलिस ने आठों युवकों के खिलाफ प्राथमिकी कांड संख्या-375/21 धारा 21(सी),22,25 एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज किया और सभी युवकों को जेल भेज दिया.
 
सोशल मीडिया के माध्यम से पुलिस को मिल रही थी शिकायत…
एसडीपीओ पुष्कर कुमार ने बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से जिला मुख्यालय में स्मैक कारोबार के होने की शिकायत लगातार पुलिस को मिल रही थी और पुलिस इन धंधेबाजों को दबोचने के लिए जाल बिछाया हुआ था और इसी क्रम में पुलिस को यह सफलता मिली. 

पुलिस कारोबारियों के लिंक तलाशने में है जुटी…
पुलिस गिरफ्तार युवकों से लगातार पूछताछ कर रही है. पुलिस कारोबार से जुड़े तार और लिंक के तलाश में लगी है. एसडीपीओ पुष्कर कुमार ने बताया कि कारोबारियों के बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंक का पता लगाने में जुटी है कि आखिर स्मैक का खेप कहाँ से अररिया तक पहुँच रहा है और इस धंधे में और कौन-कौन लोग जुटे हैं. पुलिस नशे के कारोबार समेत स्मैक के आदी युवकों के तलाश में भी जुटी है.

भारत-नेपाल खुली सीमा नशे के कारोबारियों का शुरू से रहा है शरणस्थली…
भारत-नेपाल खुली सीमा पर अररिया जिला अवस्थित है और शुरू से ही नशे के कारोबारियों के लिए यह इलाका शरणस्थली बना हुआ है. सीमा पार से नशे के कारोबार को शुरू से बढ़ावा दिया जाता रहा है. पुलिस के साथ-साथ सीमा पर तैनात एसएसबी की ओर से दर्जनों मर्तबा हेरोइन,ब्राउन सुगर से लेकर अन्य मादक पदार्थों और नशे की दवाईयां और सुई की बरामदगी होती रही है. बॉर्डर इलाके में अलग-अलग समूह में कई गिरोह नशे के कारोबार को अंजाम देने में जुटे रहते हैं. नशे के धंधे सहित इसके लिप्त में अधिकांश युवा वर्ग ही शामिल रहते हैं. ऐसे में पुलिस के लिए स्मैक कारोबार के नेटवर्क का पता लगाकर उसे ध्वस्त करना एक चुनौती है.
(इनपुट- रवि कुमार )