डब्ल्यूएचओ में कोविड-19 तकनीकी दल से जुड़ीं डॉ मारिया वैन केरखोव ने सोमवार को कहा कि सबसे पहले भारत में सामने आए वायरस के स्वरूप बी.1.617 को पहले डब्ल्यूएचओ द्वारा ‘निगरानी स्वरूप’ की श्रेणी में रखा गया था.

कोरोना वायरस के भारतीय स्ट्रेन को डब्ल्यूएचओ ने माना खतरनाक, कहा-तेजी से हो रहा ट्रांसमिट

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