गोमा: जब बात लोगों की जिंदगी की हो, तो भारतीय सैनिक (Indian Soldiers) अपनी जान दांव पर लगाने से भी नहीं चूकते. कांगो (Congo) में भारतीय सेना (Indian Army) के जवानों ने अपनी जान की परवाह किए बिना कई लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला. दरअसल, कांगो के गोमा शहर के नजदीक स्थित ज्वालामुखी माउंट नीरागोंगो शनिवार को फट गया था, जिससे पूरा आसमान आग की तरह लाल हो गया और लावा बहकर सड़कों पर आ गया. इस दौरान भारतीय सेना ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर कई लोगों की जान बचाई.
नहीं दिया गया था कोई Order
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि गोमा को एक अन्य प्रांत से जोड़ने वाले राजमार्ग पर अभी भी लावा पड़ा है. अभी यह साफ नहीं हो सका है कि ज्वालामुखी फटने (Volcano Eruption) से कितने लोगों की जान गई है. स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि अधिकारियों ने ज्वालामुखी फटने की आशंका के मद्देनजर क्षेत्र से निकलने का कोई आदेश नहीं दिया था, जिसकी वजह से उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.
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UN ने जारी की Pictures
यह ज्वालामुखी पिछली बार 2002 में फटा था, तब यहां सैकड़ों लोगों की मौत हो गई थी और लावा हवाईअड्डे के सभी रनवे तक पहुंच गया था. वहीं, संयुक्त राष्ट्र (UN) के शांति रक्षा मिशन की ओर से ज्वालामुखी फटने के बाद की तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट की गईं हैं. जिन्हें देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्थिति कितनी खौफनाक रही होगी. इसके बावजूद भारतीय सैनिकों ने अपनी जान की परवाह न करते हुए स्थानीय लोगों की जान बचाई.
Indian Army contingent as part of United Nations Mission in Congo facilitated the smooth evacuation and protection of civilians and other UN personnel in volcano affected Goma Town. Mount Nyaragongo, an active volcano erupted around 1830 hours on 22 May. pic.twitter.com/svSIx9LUtt
— ANI (@ANI) May 23, 2021
UN Mission पर हैं सैनिक
भारतीय सेना की एक टुकड़ी संयुक्त राष्ट्र मिशन के तहत इस वक्त कांगो में है. ज्वालामुखी फटने की सूचना मिलते ही सैनिकों ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया और स्थानीय नागरिकों के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र के अन्य कर्मियों की सुरक्षित बाहर निकाला. मिशन की ओर से कहा गया है संभवत: लावा गोमा शहर की ओर बढ़ रहा है, इसके मद्देनजर हम सतर्क हैं. हालांकि ज्वालामुखी फटने के बाद दहशत में आए हजारों लोग शहर से चले गए हैं.