मॉस्को: रूस (Russia) में महिला धावकों (Female Runners) के एक वीडियो को लेकर बवाल मचा हुआ है. इस वीडियो में कुछ महिलाएं टाइट कपड़ों में डांस और स्कॉट (Dance & Squats) करती नजर आ रही हैं. मुस्लिम संगठन महिला एथलीट से सबसे ज्यादा नाराज हैं. उनका कहना है कि महिलाओं ने लोगों को उकसाने वाला काम किया है. हालांकि, महिलाओं का कहना है कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया, जिससे किसी को परेशानी हो.

ऐसा है लोगों का Reaction

‘द सन’ की रिपोर्ट के अनुसार, पूरा विवाद इस बात को लेकर है कि महिला धावकों ने एक मस्जिद (Mosque) के नजदीक टाइट कपड़ों में डांस और एक्सरसाइज की. स्कॉट के दौरान पीछे से बनाए गए वीडियो में मस्जिद साफ नजर आ रही है, इसी को लेकर लोग भड़के हुए हैं. उनका कहना है कि यदि महिलाओं को इस तरह के भड़काऊ कपड़ों में एक्सरसाइज करनी थी, तो उन्हें कोई दूसरा स्थान खोजना चाहिए था. 

ये भी पढ़ें -Colorado, USA: कुत्तों को घुमाने ले गई थी 39 साल की महिला, भालू ने मार डाला

Mufti ने बताया उत्तेजक

यह घटना मुस्लिम बहुल राज्य ततारस्तान (Tatarstan) की है. महिला धावक मैराथन के लिए प्रैक्टिस कर रही थीं. इस दौरान उन्होंने कुल-शरीफ मस्जिद के पास (Kul-Sharif Mosque) डांस और एक्सरसाइज की, जिसे उनकी एक साथी ने कैमरे में रिकॉर्ड कर लिया. जैसे ही यह वीडियो सामने आया, बवाल शुरू हो गया. स्थानीय समाचार वेबसाइट पीडीएम न्यूज ने बताया कि ततारस्तान के उप मुफ्ती रफीक मुखमत्सिन ने इसे महिलाओं का उत्तेजक प्रदर्शन करार दिया है. उन्होंने कहा है कि इस तरह के कृत्य को स्वीकार नहीं किया जा सकता.

‘Mosque को जानबूझकर नहीं चुना’

मुफ्ती ने कहा कि महिला धावक किसी दूसरे स्थान पर जाकर एक्सरसाइज कर सकती थीं. मस्जिद के नजदीक किए गए इस व्यवहार को हम कतई बर्दाश्त नहीं कर सकते. वहीं, वीडियो बनाने वालीं एकाटेरिना ने कहा कि महिला धावक बस कजान मैराथन से पहले प्रैक्टिस कर रही थीं. हमने जानबूझकर मस्जिद को नहीं चुना, हमारा उद्देश्य किसी की भावनाओं को आहत करने का नहीं था.  

Ramadan का दिया हवाला

रिपोर्ट के मुताबिक, ततारस्तान मुस्लिम बहुल इलाका है और वीडियो के सामने आने पर लोगों में काफी गुस्सा है. उनका कहना है कि रमजान के पवित्र महीने में इस तरह के कृत्यों को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि क्या महिला धावकों के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई की जाएगी या नहीं. लेकिन स्थानीय लोग जरूर चाहते हैं कि आरोपियों पर एक्शन लिया जाए. 

मॉस्को: रूस (Russia) में महिला धावकों (Female Runners) के एक वीडियो को लेकर बवाल मचा हुआ है. इस वीडियो में कुछ महिलाएं टाइट कपड़ों में डांस और स्कॉट (Dance & Squats) करती नजर आ रही हैं. मुस्लिम संगठन महिला एथलीट से सबसे ज्यादा नाराज हैं. उनका कहना है कि महिलाओं ने लोगों को उकसाने वाला काम किया है. हालांकि, महिलाओं का कहना है कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया, जिससे किसी को परेशानी हो.

ऐसा है लोगों का Reaction

‘द सन’ की रिपोर्ट के अनुसार, पूरा विवाद इस बात को लेकर है कि महिला धावकों ने एक मस्जिद (Mosque) के नजदीक टाइट कपड़ों में डांस और एक्सरसाइज की. स्कॉट के दौरान पीछे से बनाए गए वीडियो में मस्जिद साफ नजर आ रही है, इसी को लेकर लोग भड़के हुए हैं. उनका कहना है कि यदि महिलाओं को इस तरह के भड़काऊ कपड़ों में एक्सरसाइज करनी थी, तो उन्हें कोई दूसरा स्थान खोजना चाहिए था. 

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Mufti ने बताया उत्तेजक

यह घटना मुस्लिम बहुल राज्य ततारस्तान (Tatarstan) की है. महिला धावक मैराथन के लिए प्रैक्टिस कर रही थीं. इस दौरान उन्होंने कुल-शरीफ मस्जिद के पास (Kul-Sharif Mosque) डांस और एक्सरसाइज की, जिसे उनकी एक साथी ने कैमरे में रिकॉर्ड कर लिया. जैसे ही यह वीडियो सामने आया, बवाल शुरू हो गया. स्थानीय समाचार वेबसाइट पीडीएम न्यूज ने बताया कि ततारस्तान के उप मुफ्ती रफीक मुखमत्सिन ने इसे महिलाओं का उत्तेजक प्रदर्शन करार दिया है. उन्होंने कहा है कि इस तरह के कृत्य को स्वीकार नहीं किया जा सकता.

‘Mosque को जानबूझकर नहीं चुना’

मुफ्ती ने कहा कि महिला धावक किसी दूसरे स्थान पर जाकर एक्सरसाइज कर सकती थीं. मस्जिद के नजदीक किए गए इस व्यवहार को हम कतई बर्दाश्त नहीं कर सकते. वहीं, वीडियो बनाने वालीं एकाटेरिना ने कहा कि महिला धावक बस कजान मैराथन से पहले प्रैक्टिस कर रही थीं. हमने जानबूझकर मस्जिद को नहीं चुना, हमारा उद्देश्य किसी की भावनाओं को आहत करने का नहीं था.  

Ramadan का दिया हवाला

रिपोर्ट के मुताबिक, ततारस्तान मुस्लिम बहुल इलाका है और वीडियो के सामने आने पर लोगों में काफी गुस्सा है. उनका कहना है कि रमजान के पवित्र महीने में इस तरह के कृत्यों को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि क्या महिला धावकों के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई की जाएगी या नहीं. लेकिन स्थानीय लोग जरूर चाहते हैं कि आरोपियों पर एक्शन लिया जाए.