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मृदुल शर्मा/सीहोर: सीहोर में कोरोना मरीजों की मुसीबत कम होती नजर नहीं आ रही है. यहां इलाज के नाम पर मरीज के परिजनों से कोविड की कोई परमिशन नहीं ली जा रही है. अस्पताल धड़ल्ले से मरीज के नाम लाखों के बिल थामाकर लूट रहे हैं. सोमवार को एसडीएम रवि वर्मा को मिली शिकायत पर राजस्व व स्वास्थ्य अमले ने रात 10 बजे ग्राम बरखेड़ी स्थित रुद्र हास्पिटल पर छापामार कार्रवाई की. जहां के हालात देखकर अमला दंग रह गया. 

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छापेमारी करने वाला प्राशासनिक अमला सकते में आ गया. यहां अनुमति सिर्फ 10 बेड के अस्पताल की दी गई है, लेकिन यहां कोरोना 17 मरीजों को उपचार बिना जांच के ही चल रहा था. इतना ही नहीं अस्पताल में लगी सूची में जिस डॉक्टर का नाम लिखा हुआ था, उसकी जगह आयुष डॉक्टर कोविड मरीजों का एलोपैथिक दावाओं से उपचार कर रहा था. वहीं भर्ती मरीजों से इलाज के नाम पर लाखों रुपये वसूले जा रहे थे, जब जांच की गई तो शिकायतकर्ता ने बिल दिखाते हुए सच्चाई उजागर कर दी. कई दूसरी खामियों की वजह से रुद्र हॉस्पिटल बरखेड़ी को सील कर दिया गया है.

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कार्रवाई के दौरान एसडीएम रवि वर्मा, टीआर उइके, डीए चौहान, डॉ कोरी, नायब तहसीलदार शैफाली जैन, कोतवाली टीआई नलिन बुधोलिया मौजूद थे. जांचकर्ता डॉक्टर टीआर उईके ने बताया कि आनाधिकृत रूप से कोविड मरीजों का उपचार किया जा रहा था. प्रोटोकाल के अनुसार मरीजों के बीच सामाजिक दूरी नहीं थी. सबको ऑक्सीजन लगा हुआ था, जिसके एवज में मनमाने पैसे लिए जा रहे थे. रुद्र हास्पिटल को सील कर सूचना चस्पा की गई है. अब किसी भी मरीज को रुद्र हास्पिटल में भर्ती नहीं किया जाएगा.

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