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Jaipur : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने कहा है कि कोरोना का संक्रमण जिस तेजी से बढ़ रहा है अगले 15 दिनों में इस पर काबू नहीं पाया गया तो हालात विस्फोटक हो जाएंगे. सीएम ने कहा राजस्थान में एक-एक बेड के लिए सिफारिश हो रही है. ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की कमी का सामना करना पड़ रहा है. हम अस्पताल तो बनवा सकते हैं बैड लगवा सकते हैं, लेकिन ऑक्सीजन कहां से लाएंगे. अगर लोग जागरुक नहीं हुए तो सरकार (Rajasthan Government News) का बजट कोई काम नहीं आएगा. 

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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए चिकित्सा मंत्री से लेकर से पंचायत सरपंच तक के जनप्रतिनिधियों से संवाद कर रहे थे. वीडियो कांफ्रेंस के जरिए 3 घंटे चली इस बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा देश में कोरोना को लेकर हाहाकार मचा हुआ है. इस समय बातों की बजाय काम का वक्त है. सीएम ने आह्वान किया कि सीएस से लेकर सरपंच तक सभी 14 दिनों के लॉक डाउन की पालना करें लोगों से करवाएं ताकि करना संक्रमण की चेन को तोड़ने में हम कामयाब हो सकें. 

मुख्यमंत्री ने कहा इस समय पक्ष विपक्ष राजनीतिक प्रतिद्वंदिता देखने का समय नहीं है पूरी दुनिया का पूरी मानवता का एक ही दुश्मन है वह है कोरोना. जनप्रतिनिधि होने के नाते हमारा सबसे बड़ा धर्म यही है कि हम मानव जाति की सेवा करें. सीएम गहलोत ने कहा पहली लहर में हम सबको साथ लेकर चले थे. दूसरी वेब अचानक आई उसने देश को हिलाकर रख दिया. पिछली बार दवा ऑक्सीजन वेंटीलेटर खाली पड़े रहे. इस बार एक-एक बेड की सिफारिश आ रही है. डॉक्टर कहते हैं कि किसे हटाकर दें. कोरोना गांवों में घुस गया है यह विस्फोटक है.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा पिछली बार इटली ने 60 साल से ऊपर वालों का तो इलाज ही बंद कर दिया था हमारे यहां तो परंपराएं हैं कि गहने बेचकर भी हम अपने बुजुर्गों का इलाज करवाते हैं. हम पीएम, गृह मंत्री के सपंर्क में हैं. कल रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी बात करेंगे. राजस्थान में 15 ऑक्सीजन प्लांट को बढ़ाने की मांग की है. 70 जगह शहरों में ऑक्सीजन प्लांट लगवाए जा रहे हैं.

मुख्यमंत्री ने कहा कोरोना से वैक्सीन (Corona Vaccine) ही हमें बचा पाएगी. मुझे और डोटासरा को साथ ही कोरोना हुआ है हमें वैक्सीन लगी हुई थी इसलिए आपके सामने बात कर रहे हैं. ऐसे-ऐसे किस्से आ रहे हैं कि रात को नींद नहीं आती. 36 साल के युवा जा रहे हैं. कई युवा चार घंटे में ही दम तोड़ रहे हैं हम इसकी भी स्टडी करवा रहे हैं.

वीडियो कांफ्रेंस में चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा (Dr Raghu Sharma) ने कहा कि राजस्थान के ग्रामीण इलाकों में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सरकार ने अब राजस्थान में भी एंटीजेन टेस्ट करने का फ़ैसला किया है. पहले राजस्थान में एंटीजेन टेस्ट पर पाबंदी थी और राज्य का कहना था यह टेस्ट सही नहीं है मगर इस बड़े पैमाने पर कोरोना के मामले आ रहे हैं RTPCR टेस्ट किट कम पड़ रहे हैं. जांच में भी देरी हो रही है. मंत्री रघु शर्मा ने आज वीसी के दौरान यह घोषणा की कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसके लिए इजाज़त दे दी है.

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) ने कहा कि अभी कोरोना रोकने का लॉकडाउन ही रामबाण है. कोरोना रोकने में पंचायतीराज जनप्रतिनिधियों का बड़ा योगदान है. मैं खुद पॉजिटिव आने के बाद दो दिन उदास रहा, लेकिन अब कोई दिक्कत नहीं है. 

नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया (Gulab Chand Kataria) ने कहा कि एंबुलेंस की संख्या कम है इसलिए यह संख्या दूर दराज के क्षेत्रों में बढ़ाई जाए. गांवों में आज भी मास्क लगाने की परिपाटी नहीं है. गांवों में कोरोना ज्यादा फैल रहा है. कटारिया ने कहा, यह किसी पार्टी, जाति की बीमारी नहीं है, हम मरीज को सही जगह पहुंचाएं. बाहर से आने वालों को सख्ती से क्वारेन्टाइन किया जाए.

उपनेता प्रतिपक्ष राठौड़ ने कहा कोरोना से लड़ाई में हम मजबूती से सीएम के साथ खड़े हैं. हम आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति करते हैं करते रहेंगे. लेकिन कोरोना से जंग में हम मुख्यमंत्री और सरकार के साथ खड़े हैं. पंच सरपंच गांवों में कोविड प्रोटोकॉल की पालना करवाएं.

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि कोरोना के खिलाफ हम सबको मिलकर लड़ाई लड़नी है. इस लड़ाई में हम सरकार के साथ हैं. लोग कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें. सावधानी बरतें. हम सब डॉक्टर, नर्सिंगकर्मी, पुलिस सहित कोरोना वॉरियर का सम्मान करें. हम मिलकर लड़ेंगे, कोरोना हारेगा और राजस्थान जीतेगा. 

विधायक बलवान पूनिया ने कहा हमें तीसरी लहर को लेकर अभी से ही तैयारी करनी होगी विशेषज्ञ लगातार लोगों को इस बारे में जागरूक करते रहें. डीजीपी एम एल लाठर ने कहा कोरोना को लेकर गांवों में गंभीरता नहीं दिखाई दे रही है. समस्या का समाधान तभी हो सकता है, जब समस्या को स्वीकार करें. हमें बीमारी को गंभीरता से लेना है. गांव के जनप्रतिनिधि ही लोगों को समझा सकते हैं. 

मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने कहा कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर अपनाकर ही बचा जा सकता है. गांव में नो मास्क नो मूवमेंट का पालन कराना है. लॉकडाउन में तो घर से निकलना ही नहीं है. गांवों में जनप्रतिनिधि अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके शादियां टलवाने का प्रयास करें. जिंदा रहेंगे तो सब कर लेंगे.

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