News in Brief

भोपाल : सच में मध्यप्रदेश अजब है और गज़ब भी है. यहां आए दिन अधिकारियों की चर्चा आम बात हो चली है. MP के खंडवा में पत्रकारों को धमकाने वाले कलेक्टर अनय द्विवेदी एक बार फ़िर सुर्खियों में हैं. दरअसल कलेक्टर ने अब जनसंपर्क अधिकारी, जिन्हें PRO भी कहा जाता है, उनका ट्रांसफर कर उन्हें रिलीव भी कर दिया. कलेक्टर की तानाशाही का यह मामला कोई पहला मामला नहीं है लेकिन अब खंडवा से निकलकर ये मामला भोपाल के प्रशासनिक गलियारों में भी गर्मा चुका है.

क्या है मामला
बता दें कि खंडवा के कलेक्टर अनय द्विवेदी ने जिला जनसंपर्क अधिकारी बृजेंद्र शर्मा को तत्काल प्रभाव से भारमुक्त करते हुए जनसंपर्क संचालनालय, भोपाल में रिपोर्ट करने का आदेश दिया है. हैरानी की बात ये है कि यह कलेक्टर के अधिकार क्षेत्र में ही नहीं है और अधिकारियों का ट्रांसफर करने का अधिकार सिर्फ शासन को है.

क्या बोले जनसंपर्क आयुक्त
जनसंपर्क आयुक्त का इस पूरे मामले पर कहना है कि कलेक्टर को यह अधिकार ही नहीं है कि इस तरह ट्रांसफर कर दें. आपको बता दें कि ये मंत्रालय ख़ुद CM शिवराजसिंह के पास है. कलेक्टर के इस फैसले से इसे सीएम के अधिकार क्षेत्र में हस्तक्षेप माना जा रहा है. वहीं जनसंपर्क अधिकारी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष ने भी कहा है कि ट्रांसफर करने का अधिकार सिर्फ शासन को है.

पीआरओ बृजेंद्र शर्मा ने नहीं दिया कोई जवाब
हद तो तब हो गई जब एक तरफ आदेश जारी हुआ और दूसरी तरफ तुरंत एक्शन में आये कलेक्टर ने PRO को कार्यमुक्त करने के साथ ही उनकी गाड़ी भी मंगवा ली. इस पूरे घटनाक्रम से PRO घबरा गए हैं. उन्होंने कुछ भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. वहीं जनसंपर्क विभाग ने कलेक्टर को हटाने की मांग की है. इसके लिए विभाग सीएम को ज्ञापन भी देगा.

ये हो सकती है कार्रवाई की वजह
सूत्रों के अनुसार, खंडवा में कोरोना संबंधी मामलों में हुई लापरवाही को दबाने की कोशिश की गई. मीडिया में लगातार लापरवाही उजागर होने से प्रशासन चिढ़ा हुआ है. लेकिन मीडिया कर्मियों तक ये ख़बर पहुंच ही गई. इसलिए खंडवा कलेक्टर का सबसे पहला गुस्सा मीडियाकर्मियों पर निकला. हो सकता है कि पीआरओ बृजेंद्र शर्मा भी उसी गुस्से का शिकार बने हैं.

ये भी पढ़ें : कमलनाथ पर बरसे शिवराज, कहा- उनका बयान देशद्रोह वाला; सोनिया क्या कार्रवाई करेंगी

WATCH LIVE TV