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लखनऊ: विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को नियंत्रित करने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के प्रयासों की सराहना की है. डब्ल्यूएचओ (WHO) ने ‘ट्रेस, टेस्ट एंड ट्रीट’ के फार्मूला पर काम करने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार की तारीफ की है. इसके अलावा गांवों में घर-घर जाकर कोरोना के लक्षण वाले रोगियों की पहचान करने के लिए चलाए जा रहे अभियान को डब्ल्यूएचओ ने इस महामारी के नियंत्रण में काफी कारगर उपाय बताया है.
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विश्व स्वास्थ्य संगठन ने योगी सरकार इस अभियान की तुलना पोलिया कैंपेन से की है. डब्ल्यूएचओ की एक रिपोर्ट के मुताबिक यूपी सरकार ने ग्रामीण इलाकों में कोविड-19 के मद्देनजर हाउस टू हाउस केस फाइंडिग कैंपेन शुरू की है. इस प्रोसेस में उन लोगों को जल्द से जल्द आइसोलेट किया जाता है जिनमें कोविड के लक्षण मिलते हैं. ऐसे लोगों के संपर्क में आने वालों की रैपिड एंटीजेन और जरूरत पड़ने पर RT-PCR जांच कराई जाती है.
In #India‘s most populous state Uttar Pradesh, the state gov. has initiated house-to-house active case finding of #COVID19 in rural areas to contain transmission by testing people with symptoms for rapid isolation, disease management & contact tracing
https://t.co/pbDi98UByQ pic.twitter.com/7H2yXcU0if— World Health Organization (WHO) (@WHO) May 10, 2021
पांच मई से शुरू हुआ अभियान
WHO की यह रिपोर्ट कहती है कि राज्य के सभी जिलों के हर ब्लॉक में 2 मोबाइल वैन आवंटित की गई हैं. इसके साथ ही नियमित रूप से और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर टेस्टिंग और सैंपलिंग जारी है. सरकार की टीमें 5 दिनों में 75 जिलों के 97,941 गांवों में जाएंगी. हर मॉनिटरिंग टीम में 2 सदस्य होते हैं और रैपिड एंटीजेन किट से जांच की जाती है. आपको बता दें कि बीते 5 मई से यह अभियान शुरू हुआ था, जो 10 मई तक चला.
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विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार भारत के सबसे ज्यादा जनसंख्या वाले राज्य की सरकार ने इस अभियान के लिए स्वास्थ्य विभाग से 141,610 टीमों और 21,242 पर्यवेक्षकों को तैनात किया है. WHO ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इस अभियान के दौरान उसके फील्ड ऑफिसर्स ने 2,000 से अधिक सरकारी टीमों की निगरानी की और कम से कम 10,000 घरों का दौरा किया.
Monitoring teams visit homes in 97,941 villages to test everyone with #COVID19 symptoms. Those who tested positive are:
isolated
given a medicine kit with advice on disease managementAll contacts of those who tested positive are quarantined & tested.https://t.co/pbDi98UByQ pic.twitter.com/h313FVqBvf
— World Health Organization (WHO) (@WHO) May 10, 2021
आपको बता दें कि सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद कोरोना संक्रमित थे और 14 दिन तक आइसोलेशन में रहे. संक्रमण से उबरने के बाद से ही वह स्थलीय निरीक्षण कर रहे हैं. राज्य के अलग अलग जिलों का दौरा कर वहां कोरोना महामारी से जुड़ी तैयारियों का जायजा ले रहे हैं. साथ ही प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू लागू करने का फैसला रंग लाता दिख रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपनी रिपोर्ट उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इन कोशिशों की तारीफ की है.
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