News in Brief

Tonk : देश और प्रदेश में कोरोना (Coronavirus) के भयावह होते रूप को देखकर हर कोई चिंतित और परेशान है. राजस्थान (Rajasthan News) में जहां रेड अलर्ट जनअनुशासन पखवाड़े के तहत लॉकडाउन लगाया गया है. वहीं, चिकित्सा व्यवस्था के इंतजामों को पुख्ता करने के दावे किए जा रहे हैं. कोरोना के फर्स्ट फेज के बाद दूसरी लहर और अब ब्लैक फंगस (Black fungus) को राजस्थान मे महामारी घोषित कर दी गई है. 

टोंक जिले (Tonk News) के दतवास इलाके में एक प्राथमिक स्वास्थ केंद्र महज एक मेल एएनएम के भरोसे चल रहा है. हजारों लोगों की आबादी के जीवन रक्षक की जिम्मेदारी सिर्फ एक नर्सिंकर्मी के भरोसे है. जब आप इस अस्पताल में जाएंगे. तो यही आपकी पर्ची काटेगा. यही आपकों दवा भी लिखेगा. यही आपका उपचार भी करेगा, लेकिन ना तो आपकों यहां दवा मिलेगी…ना आपकों कोई इंजेंक्शन मिलेगा. बस यही एमबीबीएस डाक्टर भी बन आपकों प्राथमिक उपचार देगा.

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यह टोंक जिले की निवाई विधानसभा क्षेत्र के दतवास गांव का हाल है. जहां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (Primary Health Centre) पर कहने को डॉक्टर सहित 17 कार्मिकों के पद स्वीकृत हैं, लेकिन यह पूरा अस्पताल महज एक मेल नर्सिंगकर्मी संचालित करता है. जिसके चलते ना तो यहां प्राथमिक उपचार ठीक से लोगों को मिल पाता है…ना ही दवाइयां. अब अंदाजा लगा सकते है कि कोरोना संक्रमित रोगियों या फिर सम्भावित रोगियों की पहचान कैसे होती होगी. कैसे उनके सैम्पल लिए जा रहे होंगे. कैसे उनकी रिपोर्ट आ रही होगी. चलिए ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों की सुने उससे पहले इस अस्पताल में कार्यरत स्टॉफ और यहां की आबादी को इस ग्राफिक्स से समझते है.
 
ग्राम पंचायत दतवास
विधानसभा क्षेत्र-निवाई-पीपलू
विधायक-प्रशांत बैरवा,प्रदेश कांग्रेस के महासचिव भी

स्वीकृत पद 
डॉक्टर 1
आयुष डॉक्टर 1
जीएनएम 1
जीएनएम 2
जीएनएम एनएचएम 2
आयुष कम्पाउंडर 1
एएनएम 1
एएनएम एनएचएम 1
लेब टैक्नीशियन 1
लेबसहायक 1
लेखाकार 1
मेन विथ मशीन 1
आशा सुपरवाइजर 1
स्वीपर 1
एएनएम 1
कुल 17 पद स्वीकृत महज 10 कार्मिक कार्यरत 

यह पूरा अस्पताल एक मेल नर्सिंगकर्मी के भरोसे पिछले साल भर से संचालित हो रहा है. इस अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर को भी निवाई डेपूटेशन पर लगा दिया. इस अस्पताल में ना तो कोई वैक्सीनेशन अब तक हुआ है. ना ही यहां को सैम्पलिंग हुई है. इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के क्षेत्र में जगसरा, हिंगोनिया, अरणिया ग्राम पंचायतें भी आती हैं और इन सबकी आबादी करीब 25 हजार के आस पास है.

जब नर्सिंगकर्मी राजू मीना से कोरोना के इंतजामों को लेकर जानकारी ली तो फिर सबके रिक्त पदों का रोना भी शुरू कर दिया. कोरोना महामारी से जंग लड़ते लड़ते ब्लैग फंगस की एक ओर महामारी की दस्तक ने सरकार से लेकर चिकित्सकों की चिंताएं बढ़ा रखी है और मुख्यमंत्री लगातार युद्ध स्तर पर इसे हराने के प्रयास कर रहे हैं, लेकिन गांव-गांव पैर पसार रहे कोरोना को कंट्रोल करने के इन प्रयासों पर चंद कार्मिक नाकाम करने की कोशिशें कर रहे हैं. ऐसे में उम्मीद है कि सरकार जल्द एक्शन लेकर ऐसे लापरवाहों पर कार्रवाई कर आमजन को राहत देंगे.

रिपोर्ट : पुरूषोत्तम जोशी

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