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लखनऊ: यूपी के बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश द्विवेदी के भाई अरुण द्विवेदी ने बुधवार को असिस्टेंट प्रोफेसर पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने इसकी जानकारी प्रेस वार्ता कर दी. त्यागपत्र देते समय वह भावुक भी हो गए. सिद्धार्थ विश्वविद्यालय, कपिलवस्तु में असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर हुई नियुक्ति विवादों में घिर गई थी. दरअसल मंत्री के भाई का चयन विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग में ईडब्लयूएस (आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य अभ्यर्थी) कोटे के तहत हुआ था. 

जानकारी के मुताबिक अरुण द्विवेदी का इस्तीफा कुलपति सुरेंद्र दुबे ने मंजूर भी कर लिया है. उन्होंने अपने इस्तीफे के पीछे व्यक्तिगत कारणों का हवाला दिया है. पत्र जारी कर उन्होंने कहा कि ‘मेरी नियुक्ति 21.5.21 को असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग में मेरी योग्यता (PHD, MA- मनोविज्ञान, गोल्ड मेडलिस्ट) के आधार पर निर्धारित प्रक्रिया के अंतर्गत हुई थी. लेकिन दुर्भाग्य से मेरे कार्यभार ग्रहण करने के तुरंत बाद ही बड़े भाई सतीश द्विवेदी की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया.’ अरुण द्विवेदी ने कहा है कि वह नहीं चाहते हैं कि उनके कारण उनके भाई पर बेबुनियाद आरोप लगें. 

ऐसे हुआ था चयन
इस मुद्दे पर सिद्धार्थ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरेंद्र दुबे का कहना है कि मनोविज्ञान विभाग में करीब 150 आवेदन आए थे. मेरिट के आधार पर 10 आवेदकों का चयन किया गया. इसमें अरुण कुमार द्विवेदी पुत्र अयोध्या प्रसाद द्विवेदी भी थे. इंटरव्यू में अरुण दूसरे स्थान पर रहे. इंटरव्यू, एकेडमिक व अन्य अंकों को जोड़ने पर अरुण पहले स्थान पर आ गए. इस वजह से इनका चयन हुआ था.

ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र प्रशासन जारी करता है: कुल​पति
कुल​पति ने कहा कि ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र प्रशासन जारी करता है. सत्यापन में उनके शैक्षिक प्रमाण पत्र सही थे. इंटरव्यू की वीडियो रिकार्डिंग भी उपलब्ध है. लेकिन विपक्षी दलों सपा और कांग्रेस ने मंत्री सतीश द्विवेदी के भाई की नियुक्ति ईडब्ल्यूएस कोटे से होने पर आपत्ति जताई थी.

अमिताभ ठाकुर व नूतन ठाकुर ने की थी राज्यपाल से शिकायत
पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर व उनकी सोशल ​एक्टिविस्ट पत्नी डॉ. नूतन ठाकुर ने राज्यपाल व यूनिवर्सिटी की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल को शिकायती पत्र लिख अरुण द्विवेदी के ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट की जांच की मांग की. उनके मुताबिक डॉ. अरुण द्विवेदी शिक्षा मंत्री के भाई होने के साथ स्वयं भी वनस्थली विद्यापीठ, जयपुर में मनोविज्ञान के असिस्टेंट प्रोफ़ेसर थे. ऐसे में उनका ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट प्राप्त किया जाना प्रथमद्रष्टया जांच का विषय है.

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