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Jaipur: कोरोना संक्रमण के चलते गायब हुई मसाला मंडियों की रौनक फिर से लौटने लगी है. रामगंज मंडी में पिछले कारोबारी दिवस के मुकाबले सौ फीसदी आवक में उछाल दिखा. 24 मई को रामगंज मंडी में 4500 बोरी मंडी आवक रही थी, आज 9000 बोरी धनिए की मंडी आवक दर्ज की गई.

1 महीने बाद मंडी में किसानों और कारोबारियों के चेहरे पर रौनक देखी गई. कीमतों में आंशिक उछाल रहा. राजस्थान की मिलों के साथ ही दिल्ली, पंजाब, मध्यप्रदेश और गुजरात की मसाला मिलों से आज ऑर्डर मिले. साउथ की मसाला मिलों से मांग फिलहाल कम है, मंडी कारोबारियों का कहना है कि कोरोना केस कम होने और मंडी कामकाज में अनियमितता के बाद साउथ के ऑर्डर भी आने लगेंगे.

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दरअसल, राजस्थान की मसाला मंडियों में सुबह के ऑक्शन की शुरुआत गिरावट के साथ हुई, सुबह के सत्र में 20 से 30 रुपए प्रति क्चिंटल की गिरावट पर धनिया रहा. दोपहर और इसके बाद के सत्रों में धनिए ने संभल कर कारोबार किया. मंडी बंद होने पर 50 रुपए प्रति कविंटल का उछाल रहा. रामगंज मंडी में आज धनिया बादामी 6020-6150 रुपए प्रति क्विंटल, धनिया ईगल 6450-6750 रुपए प्रति क्विंटल रहा.

राजस्थान की मंडियों में धनिए की कुल आवक 14,500 बोरी रही. इसमें आज मंडियों में 12,000 बोरी नया धनिया रहा, पुराने धनिए की मंडी पहुंच 2,500 बोरी रही. रामगंज मंडी में 9,000 बोरी, कोटा मंडी 2,000 बोरी, बारां मंडी में 1500 बोरी और जयपुर में 1000 बोरी धनिए की आवक रही. धनिए की एक बोरी में वजन 40 किलो तक रहा.

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