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लखनऊ: एक ओर जहां अन्य राज्य ‘वैक्सीन की कमी’ के बारे में शिकायत कर रहे हैं वहीं यूपी अब तक 1.68 करोड़ से अधिक वैक्सीन खुराक के साथ दौड़ में सबसे आगे है. सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद राज्य में पिछले कुछ दिनों में तेजी से टीकाकरण अभियान को चलाया गया है. 

इस महीने उत्तर प्रदेश में टीकाकरण की गति में काफी तेजी आई है, जो पिछले 24 घंटों में लगभग 2.66 लाख खुराक के दैनिक रिकॉर्ड को पार कर गया है. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, देश में सबसे अधिक दैनिक टीकाकरण करने वाला राज्य बनने के लिए उत्तर प्रदेश ने महाराष्ट्र की तुलना में अधिक दैनिक डोज दिए हैं. महाराष्ट्र ने 25 मई को सिर्फ 1.93 दैनिक डोज डिलीवर किए हैं.

आंकड़े स्पष्ट रूप से बताते हैं कि कैसे यूपी ने COVID-19 के खिलाफ अधिक से अधिक लोगों को सुरक्षा प्रदान करने में आगे बढ़ाया है. 
उत्तर प्रदेश ने अब तक 1.68 करोड़ से अधिक डोज दिए हैं, जिसमें 1.34 करोड़ से अधिक लोगों को पहली खुराक दी गई है, जबकि लगभग 33 लाख लोगों को उनकी दूसरी खुराक मिली है.

उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की देखरेख में महामारी के प्रकोप का मुकाबला करने के लिए 18+ श्रेणी का तेजी से टीकाकरण कर रहा है. मई से, जब 18-44 की श्रेणी के लिए पंजीकरण खोले गए, उत्तर प्रदेश में अब तक लगभग 13.61 लाख युवाओं को पहली खुराक दी जा चुकी है. पिछले 24 घंटों में, लगभग 1,47,048 ने इस श्रेणी में अपनी पहली खुराक दिलाई.

राज्य के सफल टीकाकरण प्रयासों का श्रेय मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व वाली सरकार की आक्रामक टीकाकरण अभियान चलाने की रणनीति, विशाल टीकाकरण स्थलों और स्वयं मुख्यमंत्री द्वारा बनाई गई वैक्सीन के बारे में मजबूत संचार को जाता है.

टीकाकरण अभियान को और आगे ले जाने के लिए योगी सरकार ने अधिकारियों को निम्न आधारों पर कार्य करने का निर्देश दिया है:

18-44 आयु वर्ग के लिए टीकाकरण अभियान को तेजी से आगे बढ़ाना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 1 जून से शुरू होने वाले कोविड-19 के खिलाफ 18-44 आयु वर्ग के लिए टीकाकरण अभियान को तेजी से आगे बढ़ाने का फैसला किया है. वर्तमान में राज्य के 75 जिलों में से केवल 23 में 18-44 आयु वर्ग के लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है. 

अभिभावक विशेष अभियान
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपनी टीम को ‘अभिभावक विशेष’ अभियान के लिए उपयुक्त कार्ययोजना तैयार करने को कहा है. उन्होंने कहा कि 12 साल से कम उम्र के बच्चों के माता-पिता के टीकाकरण के लिए हर जिले में ‘गार्जियन स्पेशल’ बूथ बनाए जाने चाहिए.’

फ्रंटलाइन योद्धाओं के लिए अलग केंद्र
टीकाकरण को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा है कि वे सरकारी कर्मचारियों, बैंक कर्मियों आदि के लिए जल्द से जल्द शिविर लगायें, ताकि उनका जल्द से जल्द टीकाकरण हो सके. सीएम ने सभी जिलों में न्यायिक अधिकारियों और मीडिया कर्मियों के लिए अलग-अलग केंद्र बनाने के अलावा फ्रंट लाइन कोरोना योद्धाओं के टीकाकरण के लिए हर जिले में 2 अलग केंद्र स्थापित करने के निर्देश दिए हैं.

वैक्सीन वेस्टेज हो जीरो
सीएम ने एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में कहा कि टीकाकरण की कार्रवाई व्यवस्थित, निर्बाध और प्रभावी ढंग से की जानी चाहिए. टीकाकरण की कार्रवाई को प्रभावी ढंग से प्रबंधित किया जाना चाहिए और पूर्ण कार्य योजना जीरो प्रतिशत वैक्सीन वेस्टेज को ध्यान में रखते हुए बनाई जानी चाहिए. इसके लिए एक महीने पहले से प्लानिंग कर लेनी चाहिए. टीकाकरण केंद्र पर वेटिंग एरिया के साथ-साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए ऑब्जर्वेशन एरिया भी होना चाहिए.

निगरानी समितियों की भूमिका
गांव में निगरानी समितियां ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों में वैक्सीन को लेकर जागरूकता पैदा कर रही हैं. सरकार सीएचसी और पीएचसी में सुचारू टीकाकरण सुनिश्चित कर रही है ताकि अधिक से अधिक ग्रामीणों को उनकी खुराक परेशानी मुक्त हो सके.

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