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Muzaffarpur: कोरोना (Corona) की दूसरी लहर की वजह से राज्य में लगातार मामले बढ़ रहे हैं. कोरोना की लहर का शिकार अब स्वास्थ्यकर्मी भी होने लगे हैं. इसी बीच मुजफ्फरपुर में एंबुलेंस चालक संतोष कुमार की कोरोना की वजह से मौत हो गई है. जिस वजह से एक बार फिर से  स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्थाओं पर सवाल उठने लगे हैं. 

दरअसल, मुजफ्फरपुर में एंबुलेंस चालक संतोष कुमार की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. जिसके बाद उसकी मौत हो गई थी. जिसके बाद 102 एंबुलेंस चालकों ने ज़िले के सदर अस्पताल में जमकर प्रदर्शन किया. उनका कहना है कि बगैर सुरक्षा के उन्हें कोरोना संक्रमित मरीजों को ले जाने के लिए कहा जाता है. इसके अलावा उन्होंने चेतवानी देते हुए कहा कि अगर उन्हें पीपीई किट, मास्क, सैनिटाइजर और ग्लव्स उपलब्ध नहीं कराया जाएगा तो अपने काम वापस नहीं लौटेंगे. वहीं मृतक के परिवार वाले अब  सरकार, अस्पताल और कंपनी से मुआवजे की मांग कर रहे हैं. 

आप को बता दें कि बिहार में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट्स के अनुसार राज्य में पिछले 24 घंटे में 15126 नए कोरोना के मामले मिलें हैं. ये दूसरी बार है जब राज्य में कोरोना के पंद्रह हज़ार से ज्यादा मामले मिलें हैं. राज्य में एक बार फिर से सबसे ज्यादा मामले राजधानी पटना से मिलें हैं. राजधानी पटना में 3665 कोरोना के मामले सामने आए हैं. ये पहली बार जब राजधानी में तीन हज़ार से ज्यादा मामले मिलें हैं. 

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राजधानी समेत कुल 11 जिले कोरोना से ज्यादा प्रभावित हैं. गया में 752, मुजफ्फरपुर में 736, नालंदा में 535, प, चंपारण में 533, भागलपुर में 503, बेगूसराय में 490, मुंगेर में 448, सारण में 441, समस्तीपुर  में 422 और मधुबनी में 409 कोरोना के नए मिलें हैं.