कोरिया: कोरोनाकाल के इस दौर में संकट बढ़ता ही जा रहा है. कोरिया ज़िले में आरटी-पीसीआर सैंपल की रिपोर्ट पेंडिंग होने के कारण कोरोना जांच बंद कर दी गई है. पिछले तीन दिन में एक भी आरटी-पीसीआर सैंपल जांच करने नहीं भेजा गया है.
अब ट्रूनॉट से टेस्ट (True Not Test) पर फोकस किया जा रहा है. आपको बता दें कि कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) का पता लगाने एंटीजन ट्रूनॉट सहित आरटी-पीसीआर जांच होती है.
समस्या ये है कि कोरिया ज़िले में जांच सुविधाएं नहीं होने के कारण अंबिकापुर वायरोलॉजी लैब में सैंपल भेजा जाता है. कोरिया से भेजे गए करीब 2 हजार सैंपल की रिपोर्ट एक सप्ताह से पेंडिंग होने के कारण सैंपलिंग बंद कर दी गई है.वहीं सरगुजा संभाग में 6 हजार से अधिक कोरोना सैंपल पेंडिंग पड़े है.
मेडिकल एक्सपर्ट के अनुसार आरटी-पीसीआर (यानी रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पॉलीमर्स चेन रिएक्शन) टेस्ट से व्यक्ति के शरीर में वायरस का पता लगाया जाता है. जिसमें वायरस के RNA की जांच की जाती है. नाक और गले से म्यूकोजा के अंदर वाली परत से स्वैब लिया जाता है. टेस्ट की रिपोर्ट आने में सामान्यत: 6 से 8 घंटे का समय लग सकता है.आरटीपीसीआर टेस्ट शरीर में वायरस (Corona Virus) की मौजूदगी का पता लगाने में सक्षम है. फिलहाल आरटीपीसीआर के कुछ सैंपल ज़िला अस्पताल के लैब में किनारे पड़े हैं.
देरी होने से नुकसान
सैंपल को अधिक समय तक रखने के कारण सही रिपोर्ट की पुष्टि मुश्किल हो सकती है.
अंबिकापुर
अंबिकापुर में वायरोलॉजी लैब से कोरोना की जांच शुरू. कोरिया से एक बार में 200 आरटी-पीसीआर सैंपल लेकर जांच कराने वायरोलॉजी लैब अंबिकापुर भेजा जाता है. जिससे ज़िले की जांच रिपोर्ट आने में काफी समय लग जाता हैं. वहीं दूसरी ओर 2 हजार सैंपल की रिपोर्ट पेंडिंग होने के कारण सैंपलिंग बंद है. बैकुंठपुर में करीब ढाई करोड़ की लागत से वायरोलॉजी लैब बनकर तैयार है लेकिन अभी तक इसका कोई उपयोग नहीं हो पा रहा है
कोरिया से अब तक 28 हजार 908 सैंपल की जांच में 1 हजार 731 पॉजिटिव रिपोर्ट आई है.वहीं ट्रूनॉट के 28 हजार 231 सैंपल में 3 हजार 47 पॉजिटिव और 1 लाख 50 हजार 43 रैपिड एंटीजन की जांच में 10 हजार 28 पॉजिटिव की पुष्टि हुई है.फिलहाल कोरिया में कुल 14 हजार 805 पॉजिटिव मिले हैं.इसमें 9 हजार 824 पॉजिटिव रिकवर हुए हैं और 4 हजार 75 एक्टिव केस व 103 पॉजिटिव की मौत हो चुकी है।
तैयार हो गया है वायरोलॉजी लैब
कोरिया के सीएमएचओ डॉ. रामेश्वर शर्मा ने बताया कि वायरोलॉजी लैब तैयार हो गया है. बहुत सैंपल जाने की वजह से रिपोर्ट में देरी हो रही है. कुछ टैक्निकल परेशानियां दूर होते ही आरटी-पीसीआर जांच शुरु होगी और रिपोर्ट भी जल्द मिलेगी.
अम्बिका सिंहदेव, संसदीय सचिव, लैब हमारा रेडी हैं पर इसके कुछ फाईनल टैक्निकल काम बाकी हैं आने वाले सप्ताह के भीतर यह लैब चालू हो जाएगा. दावे तो जल्द से जल्द व्यवस्थाओं को ठीक करने के किये जा रहे है देखना होगा कब तक ये लैब्स शुरू हो पाती है और सही समय पर इलाज मिल पाता है.
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