वैज्ञानिक डॉ अनंत नारायण भट्ट ने कहा कि से ट्रायल के तीसरे दौर में हमनें बड़े स्तर पर टेस्टिंग की, जिसके नतीजे शानदार रहे. उन्होंने कहा कि इस दवा के इस्तेमाल से ऑक्सीजन की कमी की समस्या आई ही नहीं.