Bokaro: कोरोना (Corona) महामारी की दूसरी लहर ने बोकारो के ऑटो चालकों के सामने भूखमरी की स्थिति पैदा कर दी है. चालकों का कहना है कि इस स्थिति में बैंक की किस्त भरे या घर चलाएं. कोरोना महामारी की दूसरी लहर में मध्यम वर्गीय और गरीब तबके के लोगों का काम धंधा बंद हो जाने से लोग आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं.
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जहां एक तरफ बीमारी से बचने के लिए लोग जूझ रहे हैं तो वहीं, दूसरी तरफ उनके समक्ष रोजी-रोटी का भी संकट उत्पन्न हो गया है. इधर, बोकारो सहित जैनामोड़ क्षेत्र के ऑटो चालक भी विषम आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं.
ऑटो चालकों का कहना है कि पहले जहां तीन-चार ट्रिप चलाकर मालिक को दो-ढ़ाई सौ रुपए देकर खुद के पास भी 200 रुपए की मजदूरी बच जाती थी. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि अभी एक ट्रिप भी चलना मुश्किल हो गया है और वहीं, अब डीजल का खर्च भी नहीं निकल पा रहा है.
बोकारो के जैनामोड़ में पहले डेढ़ सौ से भी ज्यादा ऑटो चालक ऑटो चलाकर अपनी जीवन यापन करते थे. लेकिन कोरोना की दूसरी लहर में 8-10 ऑटो ही चल रहे हैं, जिसको लेकर चालकों का कहना है कि यह स्थिति काफी गंभीर है.
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उन्होंने बताया कि इस समय घर चलाना भी मुश्किल हो गया है. साथ हीं, कुछ ऑटो चालक का कहना है कि इस वक्त ऑटो की किस्त भी जमा नहीं हो पा रही है. ऐसे में कमाएं क्या और खाए क्या. इसी को लेकर उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में सरकार और जिला प्रशासन को इसको लेकर कुछ कदम उठाने चाहिए.
(इनपुट-मृत्युंजय मिश्रा)