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Patna: पटना नगर निगम ने अपने स्थाई और अस्थाई कर्मचारियों को बड़ी राहत दी है. पटना की मेयर सीता साहू की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में कई फैसले लिए गए हैं.
इसी के तहत चाहे स्थाई कर्मचारी हों या अस्थाई कर्मचारी कोरोना से मौत होने पर उनके परिवार को 10 लाख का मुआवजा मिलेगा.

बोनस के रूप में फिलहाल 4500 रूपए दिए जाएंगे. मेयर सीता साहू के मुताबिक, नगर निगम ने लॉकडाउन के दौरान बंद हुए कारोबारी प्रतिष्ठानों से कचरा शुल्क नहीं लेने का फैसला किया है. इसी तरह स्लम बस्ती में जो कच्चे मकान हैं उससे भी लॉकडाउन की अवधि में कचरा शुल्क नहीं लिया जाएगा. हालांकि, पक्के मकानों से 30 की जगह 20 रूपए कचरा शुल्क के रूप में लिए जाएगा.

पटना नगर निगम घरों से 30 रूपए कचरा शुल्क लेता है. वहीं राजधानी के कई पार्कों के नाम बदल दिए जाएंगे. पुनाईचक स्थित पार्क का नाम अब दानवीर भामाशाह पार्क हो जाएगा. दूसरी ओर नगर निगम ने अपनी आय बढ़ाने के मकसद से कुछ नए प्रतिष्ठानों को जोड़ा है.

इसमें जिम,पेट्रोल पंप,सुपर मार्केट,शोरूम हैं. बिना सिनेमा हॉल वाले मॉल और सिनेमा हॉल वाले पार्क भी इसमें शामिल हैं. पटना नगर निगम के आय़ुक्त हिमांशु शर्मा ने स्वीकार किया है कि अप्रैल-मई महीने में काफी संख्या में शवों का दाह संस्कार हुआ है.

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हिमांशु शर्मा के मुताबिक, सामान्य दिनों में पटना के तीन अलग-अलग घाटों पर दाह संस्कार होता है लेकिन पिछले डेढ़ महीने में कई बार ऐसा वक्त आया जब रोजाना 150-150 शवों को जलाया गया. हिमांशु शर्मा ने कहा कि मृत्यु प्रमाण पत्र भी भारी संख्या में जारी हो रहे हैं और फिलहाल डेढ़ गुना संख्या में इसे बनाने का काम जारी है.