INS Vikrant: पीएम मोदी ने शुक्रवार को केरल के कोचीन में भारतीय नौसेना को आईएएसी विक्रांत समर्पित कर दिया. इस विमानवाहक पोत पर 30 से 35 लड़ाकू विमान तैनात किए जा सकते हैं. आईएनएस विक्रांत (INS Vikrant)  की लंबाई 262 मीटर है और पोत का वजन करीब 45000 टन है. इस पोत की ऊंचाई करीब 59 मीटर यानी 15 मंजिला इमारत के बराबर है. अगर इसकी चौड़ाई की बात करें तो यह 62 मीटर चौड़ा है. समंदर के इस बाहुबली पर 10Kmaov और MiG-29K समेत कई अन्य लड़ाकू विमान तैनात किए जाएंगे. 

मिग-29के

इस युद्धपोत पर सबसे घातक मिग-29 मिकोयान को तैनात किया जाएगा. ये जेट कई युद्ध में भारत के लिए ब्रह्मास्त्र साबित हुआ है. इसमें 3500 किलो ईंधन आता है और यह 17.2 मीटर लंबा है. यह 2400 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ सकता है. यह 18000 मीटर की ऊंचाई तक जा सकता है और इसकी रेंज 2100 किलोमीटर है. इसमें बम, रॉकेट और मिसाइल या उनका मिश्रण फिट किया जा सकता है. 

कामोव केए-27

यह हेलिकॉप्टर 4000 किलो का वजन लेकर उड़ सकता है. इसे तीन लोग उड़ाते हैं. इसकी रफ्तार 270 किलोमीटर प्रति घंटा है और रेंज 980 किमी है. इसमें गनपॉड्स, म्यूनिशन डिस्पेंसर्स, रॉकेट, बम, मशीन गन जैसी चीजें लगा सकते हैं. 

रोमियो हेलिकॉप्टर्स

330 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ने सकने वाला यह विमान 64.8 फीट लंबा और 17.23 फीट चौड़ा है. 10,433 किलो का वजन लेकर उड़ सकता है. इसमें 5 लोगों के बैठने की क्षमता है. इसमें दर्जनों सेंसर्स और रडार हैं, जो दुश्मन की हर हरकत के बारे में बता देते हैं. इसमें हेलफायर मिसाइल भी तैनात की जा सकती है. 

भविष्य में कौन से विमान हो सकते हैं तैनात

आईएसी विक्रांत के लिए नौसेना एडवांस एयरक्राफ्ट खोज रही है, जो घातक, तेज और बेहतर हो. इसे लेकर कई विमान नेवी की लिस्ट में हैं, जिनमें मिग29 के, ग्रिपेन, एफ-18 सुपर हॉर्नेट और राफेल का नेवी वर्जन शामिल है. 

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