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Ramadan 2021: रमजान का पाक महीना चल रहा है. आज रमजान का आखिरी शुक्रवार है. इस बीच कोरोना के मामले भी तेजी से बढ़े हैं. ऐसे में रमजान के आखिरी शुक्रवार के लिए एडवाइजरी जारी की गई है. मुस्लिम धर्मगुरु भी लोगों से इस बात की मस्जिदों से अपील कर रहे हैं कि कोरोना के संक्रमण को देखते हुए लोग घरों में नमाज अदा करें और लोगों से गले न मिलें. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाए.

घरों पर ही पढ़ें नमाज
अलविदा की नमाज में भी कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन कराया जाएगा. कोरोना के संक्रमण को देखते हुए लोग घरों में ही नमाज अदा करेंगे. मस्जिदों में मस्जिदों के इमाम और मुतवल्ली के अलावा पांच और लोग ही नमाज अदा कर सकेंगे.

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मुस्लिम धर्मगुरुओं ने की अपील
धर्मगुरुओं ने लोगों की अपील की है कि कोरोना का संक्रमण लोगों के मिलने जुलने से ही फैलता है, इसलिए इसके प्रसार को रोकने के लिए लोग जमात में न आयें
लखनऊ में इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया ने मुसलमानों को घरों में ‘अलविदा जुम्मा’ (रमजान का अंतिम शुक्रवार) की नमाज अदा करने के लिए अपील की है.

मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने की अपील
इस्लामिक सेंटर के अध्यक्ष और लखनऊ ईदगाह के प्रमुख सुन्नी धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि अलविदा जुमा के लिए कोविड 19 सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करना महत्वपूर्ण है. एक वीडियो संदेश में उन्होंने कहा कि सभी को घर पर चार या अधिक लोगों के साथ एक समूह के रूप में अंतिम रमजान शुक्रवार की नमाज अदा करनी चाहिए.

अब तक मस्जिदों में पूरी क्षमता के आधे से कम नमाजियों को ही कोविड-19 नियमों के तहत नमाज अदा करने की छूट थी, लेकिन लॉडाउन की अवधि और मृत्युदर में कमी न होने के चलते नियमों में कुछ फेरबदल कर दिए गए हैं. वहीं योगी सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर कर्फ्यू की अवधि बुधवार को दो और दिनों के लिए बढ़ाते हुए इसे 10 मई तक कर दिया है.

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