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नई दिल्ली: बीसीसीआई (BCCI) की सीनियर सिलेक्शन कमेटी ने आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल (ICC World Test Championship Final) के लिए भारत की टेस्ट टीम का ऐलान किया जिसमें पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) का नाम नहीं था. शानदार फॉर्म में चल रहे शॉ को टीम में जगह नहीं देने के बाद से ही मैनेजमेंट के इस फैसले की खूब आलोचनाएं हो रही हैं. हालांकि इसी बीच बीसीसीआई से जुड़े सूत्र की तरफ से एक चौंकाने वाला बयान सामने आया है.

अपने वजन की वजह से शॉ टीम से बाहर

बीसीसीआई (BCCI) से जुड़े एक सूत्र ने पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) को टीम में जगह नहीं देने की वजह का खुलासा किया है. सूत्र ने बताया कि टीम इंडिया में वापसी के लिए पृथ्वी शॉ को अपनी फिटनेस पर काम करना होगा, उन्हें अपना वजन कम करना होगा. टाइम्स ऑफ इंडिया के हवाले से सूत्र ने यह भी कहा कि शॉ के पास सीखने के लिए ऋषभ पंत का उदाहरण है. भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को भी उनके वजन के चलते टीम से बाहर कर दिया था लेकिन उन्होंने खुद पर काम किया और शानदार वापसी की.

बीसीसीआई (BCCI) से जुड़े सूत्र ने कहा, ‘पृथ्वी अभी भी 21 साल की उम्र के हिसाब से मैदान में बहुत धीमे हैं. उन्हें कुछ किलो वजन घटाने की जरूरत है. ऑस्ट्रेलिया में फील्डिंग के दौरान भी उनके पास एकाग्रता की कमी थी. उनके सामने ऋषभ पंत का उदाहरण है. अगर पंत कुछ महीनों में चीजें बदल सकते हैं, तो पृथ्वी भी ऐसा कर सकते हैं’.

बीसीसीआई (BCCI) से जुड़े सूत्र ने आगे कहा, ‘पृथ्वी शॉ को कुछ और टूर्नामेंटों के लिए इस फॉर्म को बनाए रखना होगा. उन्हें अक्सर एक अच्छी सीरीज के आधार पर टीम में चुना जाता है और इसके बाद वह इंटरनेशनल क्रिकेट में संघर्ष करते हुए नजर आते हैं. पृथ्वी शॉ शानदार खिलाड़ी हैं उन्हें लंबे समय तक नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है’.

शॉ का शानदार प्रदर्शन

बता दें कि शॉ (Prithvi Shaw) ने ऑस्ट्रेलियाई दौरे में खराब प्रदर्शन किया जिसके बाद उन्हें टीम से बाहर किया गया था. लेकिन उसके बाद उन्होंने शानदार फॉर्म में वापसी की थी. शॉ (Prithvi Shaw) ने ऑस्ट्रेलिया से आने के बाद विजय ट्रॉफी में रिकॉर्ड 827 रन बनाकर अपनी टीम मुंबई को जीत दिलाई थी. इसके अलावा शॉ की फॉर्म आईपीएल 2021 में भी काफी अच्छी रही थी. शॉ ने आईपीएल के आठ मैचों में 38.50 की औसत और 166.48 की स्ट्राइक रेट के साथ 308 रन बनाए थे