Jaipur : प्रदेश में कोरोना का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है. कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार (Rajasthan Government) की ओर से जहां 10वी और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं को स्थगित करने का फैसला लिया गया था. वहीं, अन्य कक्षा के सभी विद्यार्थियों को प्रमोट करने का फैसला लिया गया था, लेकिन वर्तमान में भी कोरोना का प्रकोप (Coronavirus) लगातार बढ़ता जा रहा है, जिसको देखते हुए अब शिक्षक संगठनों ने 10वीं बोर्ड के विद्यार्थियों को प्रमोट करने की मांग शुरू कर दी है.
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अखिल राजस्थान विद्यालय शिक्षक संघ (अरस्तु) ने मुख्यमंत्री (CM Ashok Gehlot) और शिक्षा राज्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित कर कहा है कि प्रदेश में दसवीं बोर्ड परीक्षा कब होगी या नहीं होगी कि असमंजस स्थिति के कारण प्रदेश के लाखों छात्र छात्राएं साथ में उनके अभिभावक गण मानसिक तनाव में गुजर रहे हैं. कोविड-19 की दूसरी लहर को देखते हुए जुलाई माह के अंत तक भी दसवीं बोर्ड परीक्षा शायद ही आयोजित हो सकेगी.
उधर भारत के नामजद वैज्ञानिकों का कहना है कि कोविड-19 की तीसरी लहर भारत में आने की प्रबल संभावना है. जिसकी कोई सीमा निर्धारित नहीं की गई है. ऐसी स्थिति में जुलाई के बाद भी दसवीं बोर्ड परीक्षाएं आयोजित हो सकेगी जिसकी गुंजाइश कम ही नजर आ रही है. संगठन ने अवगत कराते हुए कहा कि CBSE, ICSE, IB बोर्ड ने 10वीं बोर्ड परीक्षा के स्थान पर स्थानीय स्तर पर परीक्षा /आंतरिक मूल्यांकन कराने का निर्णय लिया जा चुका है, जिसके अनुसार 10वीं के छात्रों को कक्षा 11 में प्रमोट कर दिया गया है. वहां से संबंधित स्कूलों में कक्षा ग्यारहवीं की ऑनलाइन टीचिंग शुरू हो हो चुकी है.
प्रदेश के लाखों छात्र – छात्राएं अधर झूल की स्थिति में हैं, वे मानसिक तनाव मे आने पूरी की संभावना को नाकारा नहीं जा सकता, जो प्रदेश के लिए हितकर नहीं होगा. छात्रों के व्यापक हित में कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा के स्थान पर स्थानीय स्तर पर अर्धवार्षिक परीक्षा, परख व आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर उन्हें कक्षा ग्यारहवीं में प्रमोट करने का निर्णय सरकार को तत्काल लेना चाहिए.
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