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अंशुल मुकाती/ इंदौर: प्रदेश में सख्त लॉकडाउन की बदौलत कोरोना केस में कमी आई है. पॉजिटिविटी रेट कम हो गई है. इसे देखते हुए प्रदेश सरकार कोरोना कर्फ्यू में अब धीरे-धीरे ढील देने पर विचार कर रही है. सरकार शहरों में वार्डों को रेड, येलो और ग्रीन जोन में बांटने का प्लान तैयार कर रही है. इसे पता चल सकेगा कि किस इलाके में संक्रमित बचे हैं. इसकी शुरुआत इंदौर, भोपाल से होगी.

जिस इलाके में ज्यादा संक्रमित हैं उसे रेड जोन बनाया जाएगा. जहां 2-4 केस होंगे उसे येलो जोन में तब्दील किया जाएगा और जहां एक भी संक्रमित नहीं होंगे उसे ग्रीन जोन में रखा जाएगा. इसके बाद यहां टेस्टिंग और ट्रेसिंग के जरिए कोरोना को खत्म करने का प्लान सरकार ने बनाया है. 

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इंदौर के ग्रामीण इलाकों में ज्यादा फोकस
इंदौर को भी रेड, यलो और ग्रीन जोन में बांटा गया है. खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में पर ऐसा प्रयोग सरकार कर रही है. जिन गांवों में 3 या इससे अधिक संक्रमित मिलेंगे उस गांव को रेड जोन घोषित किया जाएगा. यहां जनता कर्फ्यु और सख्त किया जाएगा. जरूरी चीजों को छोड़कर हर चीज पर प्रतिबंध रहेगा. जिले 93 गांव रेड जोन में शामिल होंगे. अपर कलेक्टर ग्रामीण क्षेत्रों की जिम्मेदारी संभालेंगे. सरकार एक जून से पहले ग्रामीण क्षेत्रों को भी संक्रमण से मुक्त करना चाहती है. सीएम शिवराज ने भी शनिवार को कहा था कि हम ज्यादा दिनों तक लोगों को बंद करके नहीं रख सकते हैं. 

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जिले में क्या हैं कोरोना के हालात?
आपको बता दें कि प्रशासनिक सख्ती की वजह से इंदौर में लगातार सुधार देखने को मिल रहे हैं. यहां प्रतिदिन मरीजों की संख्या घट रही है. शनिवार को जिले में सिर्फ 829 नए पॉजिटिव मरीज मिले हैं. जबकि 571 मरीज अस्पतालों से डिस्चार्ज हुए हैं. जिले में अब तक 9784 एक्टिव मरीज हैं.

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