PM Modi Speech 76th Independence Day 2022: 76वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया. अपने संबोधन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किला पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि आज़ादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर देशवासियों को अनेक-अनेक शुभकामनाएं. बहुत-बहुत बधाई. मैं विश्व भर में फैले हुए भारत प्रेमियों को, भारतीयों को आजादी के इस अमृत महोत्सव की बहुत-बहुत बधाई देता हूं.
आदिवासी समुदाय का बलिदान नहीं भुलाया जा सकता
पीएम मोदी बोले कि आजादी के अमृत महोत्सव में उन महापुरुषों और वीरों को याद किया गया. जिनको इतिहास में जगह नहीं मिली या भुला दिया गया था.पीएम मोदी ने कहा कि देश की आजादी में आदिवासी समुदाय का बलिदान नहीं भुलाया जा सकता. उन्होंने कहा कि मैंने महात्मा गांधी के सपने को पूरा करने के लिए अपने आप को समर्पित कर दिया.
आज़ादी की जंग के रहे हैं कई रूप
PM नरेंद्र मोदी को स्वामी विवेकानंद, महर्षि अरविंदो को याद करते हुए कहा कि लोकतंत्र की जननी भारत है. ये देश का सौभाग्य रहा है कि आज़ादी की जंग के कई रूप रहे हैं. उसमें एक रूप वो भी था.जिसमें नारायण गुरु हों, स्वामी विवेकानंद हों, महर्षि अरविंदो हों, गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर हों, ऐसे अनेक महापुरुष हिंदुस्तान के हर कोने में भारत की चेतना को जगाते रहे.
आजादी के महानायकों को याद करते हैं पीएम मोदी बोले कि आजादी के अमृत महोत्सव में हिंदुस्तान के हर कोने में उन सभी महापुरुषों को याद करने का प्रयास किया गया, जिनको किसी न किसी कारण वश इतिहास में जगह न मिली, या उनकों भुला दिया गया था. आज देश ने खोज खोज कर ऐसे वीरों, महापुरुषों, बलिदानियों, सत्याग्रहियों को याद किया, नमन किया.
पीएम मोदी के संबोधन की मुख्य बातें
-आजादी के महानायकों को याद करते हैं पीएम मोदी बोले कि आजादी के अमृत महोत्सव में हिंदुस्तान के हर कोने में उन सभी महापुरुषों को याद करने का प्रयास किया गया, जिनको किसी न किसी कारण वश इतिहास में जगह न मिली, या उनकों भुला दिया गया था. आज देश ने खोज खोज कर ऐसे वीरों, महापुरुषों, बलिदानियों, सत्याग्रहियों को याद किया, नमन किया.
-कोरोना के कालखंड में दुनिया वैक्सीन लेने या न लेने की उलझन में जी रही थी.उस समय हमारे देश लोगों ने 200 करोड़ डोज लेकर दुनिया को चौंका देने वाला काम करके दिखाया.
-अनुभव कहता है कि एक बार हम सब संकल्प लेकर चल पड़ें, तो हम निर्धारित लक्ष्यों को पार कर लेते हैं.
-75 साल में पहली बार लाल किले से सलामी देने का काम मेड इन इंडिया तोप ने किया है.
-जब तनाव की बात होती है तो लोगों को योग दिखता है, सामूहिक तनाव की बात होती है तो भारत की पारिवारिक व्यवस्था दिखती है. संयुक्त परिवार की एक पूंजी सदियों से हमारी माताओं के त्याग बलिदान के कारण परिवार नाम की जो व्यवस्था विकसित हुई, ये हमारी विरासत है जिस पर हम गर्व करते हैं.
-लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने भाषण में कहा जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान, जय अनुसंधान.
-हमने देखा है कि कभी कभी हमारे talent भाषा के बंधनों में बंध जाते हैं.ये गुलामी की मानसिकता का परिणाम है।
हमें हमारे देश की हर भाषा पर गर्व होना चाहिए.
-हमारी विरासत पर हमें गर्व होना चाहिए. जब हम अपनी धरती से जुड़ेंगे, तभी तो ऊंचा उड़ेंगे.
जब हम ऊंचा उड़ेंगे, तभी हम विश्व को भी समाधान दे पाएंगे.
-हमारा प्रयास है कि देश के युवाओं को असीम अंतरिक्ष से लेकर समंदर की गहराई तक रिसर्च के लिए भरपूर मदद मिले.इसलिए हम स्पेस मिशन, Deep Oce#IndiaAt75an Mission का विस्तार कर रहे हैं. स्पेस और समंदर की गहराई में ही हमारे भविष्य के लिए जरूरी समाधान हैं.