अलीगढ़: भारत कोरोना वायरस की दूसरी लहर (Coronavirus 2nd Wave) से जूझ रहा है और लगातार नए-नए वैरिएंट सामने आ रहे हैं. अब अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (Aligarh Muslim University) में कोविड-19 के नए वैरिएंट को लेकर चिंता बढ़ गई है और यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर तारिक मंसूर ने इस संबंध में आईसीएमआर (ICMR) को नमूनों की जांच के लिए एक पत्र भेजा है.

ICMR से प्रमाणित लैब ने इकट्ठा किए हैं सैंपल

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (Aligarh Muslim University) में पिछले कुछ दिनों में हुई मौतों के बाद एएमयू में बनी आईसीएमआर से प्रमाणित लैब ने सैंपल इकट्ठा किए हैं. यूनिवर्सिटी के वीसी तारिक मंसूर ने आईसीएमआर के डीजी प्रो. बलराम भार्गव को पत्र लिखकर कहा है कि जितना जल्द हो सके, कोविड सैंपल्स की जीनोम स्टडी कराएं, जिससे यह पता चल सके कि क्या यूनिवर्सिटी में कोविड का नया वैरिएंट विकसित हुआ है.

ये भी पढ़ें- कोरोना से जंग में कैसे जीतेगा भारत? US के टॉप एक्सपर्ट ने बताया एकमात्र उपाय

20 दिनों में 16 वर्किंग और 10 रिटायर्ड प्रोफेसर्स की मौत

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (Aligarh Muslim University) में 20 दिनों के अंदर 26 प्रोफेसर्स की मौत हो चुकी है, जिसमें 16 वर्किंग और 10 रिटायर्ड फैकल्टी मेंबर्स शामिल हैं. रिपोर्ट के अनुसार, एएमयू के कुलपति तारिक मंसूर के बड़े भाई की भी कोरोना वायरस की चपेट में आने से मौत हो चुकी है. ये सभी लोग यूनिवर्सिटी के कैंपस में ही रहते थे.

आईसीएमआर या सरकार की प्रतिक्रिया का इंतजार

यूनिवर्सिटी के वीसी तारिक मंसूर ने नए वैरिएंट की आशंका जताई है और इकट्ठा किए गए सैंपल्स को जांच के लिए दिल्ली में सीएसआईआर-इंस्टीट्यूट ऑफ जिनॉमिक्स ऐंड इंटीग्रेटिव बायॉलजी में भेजा है. उन्होंने इस बात का शक जताया है कि मौतों के आंकड़ों में वृद्धि कोरोना वायरस के किसी नए वैरिएंट के कारण हो रहा है. हालांकि अभी तक आईसीएमआर या सरकार की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.

लाइव टीवी