Patna: कोरोना महामारी (Corona Pandemic) में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने के लिए सोमवार से अस्थायी रूप से बहाली शुरू हो जाएगी. ये बहाली अगले तीन महीनों के लिए वाक इन इंटरव्यू के आधार पर होंगी. इस दौरान नर्स सहित पारा मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति की जाएगी. डॉक्टरों की नियुक्ति अस्थायी रूप से एक साल के लिए की जाएगी. एक हजार चिकित्सकों का इंटरव्यू राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में अधीक्षक कार्यालय और जिला में सिविल सर्जन की अध्यक्षता में गठित कमेटी लेगी.
मानदेय भी तय हो चुका है
संविदा पर नियुक्त होने वाले डॉक्टर और पारा मेडिकल स्टाफ का मानदेय भी तय कर दिया गया है.संविदा पर नियुक्त होने वाले डॉक्टरों का मानदेय अधिकतम 65 हजार मासिक रखा गया है. अस्थायी रूप से नियुक्ति में विशेषज्ञ चिकित्सक पीजी को 7000 रुपये और डिप्लोमा को 5000 रुपये प्रति शिफ्ट मानदेय दिया जायेगा. सामान्य चिकित्सकों में एमबीबीएस को 4000 रुपये प्रति शिफ्ट और बीएससी नर्सिग को 2000 प्रतिशिफ्ट दिया जाएगा. वहीं जीएनएम को 1500 रुपये और एएनएम को 1000 रुपये प्रति शिफ्ट दिया जायेगा. इसके अतिरिक्त लैब टेक्निशियन, वार्ड ब्वाॅय, डाटा एंट्री ऑपरेटर, मल्टी टास्किंग स्टाफ आदि की सेवा भी पूर्व से प्रचलित दरों पर मासिक आधार पर ही होंगे.
सरकार ने दिया था नियुक्ति का आदेश
गौरतलब है कि राज्य में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए बिहार सरकार ने अतिरिक्त मानव बल की अस्थायी नियुक्ति का निर्णय लिया है. जिले और मेडिकल कॉलेजों को निर्देश दिया गया है कि वह पहले अपने मानव बल का आकलन कर उनकी तीन माह के लिए नियुक्ति आरंभ कर दें.
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स्वास्थ्य विभाग ने जिलों में अस्थायी तौर पर मानव बल की उपलब्धता सुनिश्चित का काम जिला पदाधिकारी, मेडिकल काॅलेज एवं अस्पताल के अधीक्षक एवं प्राचार्य के अलावा सिविल सर्जन को दिया गया है. मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति के लिए 10, 14, 17 और 21 मई को वाक इन इंटरव्यू आयोजित किया गया है. इंटरव्यू के लिए जाने वाले उम्मीदवारों को लॉक डाउन में छूट दी जाएगी.