नई दिल्‍ली: सीबीएसई के 10वीं बोर्ड (10th board exam 2021) कक्षा के छात्रों के लिए एक अहम जानकारी सामने आई है. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने स्कूलों के लिए एक लिंक एक्टिवेट कर दी है, जिसमें स्‍कूलों (Schools) को छात्रों द्वारा दी गई उन परीक्षाओं के आधार पर मार्क्‍स अपलोड करने हैं, जो उन्‍होंने 10वीं की पढ़ाई के दौरान दी थीं. 

सीबीएसई ने रद्द कर दी हैं परीक्षाएं 

कोरोनोवायरस महामारी के चलते सीबीएसई ने 10 बोर्ड की 2021 के लिए परीक्षाएं रद्द कर दी हैं और बोर्ड ने स्कूलों को एक विशेष मानदंड के आधार पर कक्षा 10वीं के छात्रों का आंकलन करने के लिए कहा है. इन विशेष मानदंडों के तहत छात्रों को प्रत्येक विषय के लिए आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर 20 अंक दिए जाएंगे और बाकी 80 अंक सीबीएसई द्वारा तैयार किए गए नए फॉर्मूले के आधार पर दिए जाएंगे. 

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ऐसे दिए जाएंगे बाकी 80 अंक 

बाकी 80 अंकों के लिए पूरे साल में स्‍कूल द्वारा आयोजित किए गए विभिन्न टेस्‍ट और परीक्षाओं को आधार बनाया जाएगा. सीबीएसई की पॉलिसी के मुताबिक प्री-बोर्ड (Pre-board) परीक्षाओं में छात्रों को मिले अंकों को सबसे ज्‍यादा महत्‍व (40 अंक) दिया जाएगा. इसके बाद अर्ध-वार्षिक परीक्षाओं को 30 अंकों का और टेस्‍ट को 10 अंकों का वेटेज दिया जाएगा. 

सीबीएसई ने सभी स्‍कूलों को एक रिजल्‍ट कमेटी बनाने के लिए भी कहा है, इसमें नतीजों को अंतिम रूप दिया जाएगा. इस कमेटी में प्रिंसिपल के अलावा 7 टीचर होने चाहिए. 

इस बात का भी रखना होगा ध्‍यान 

चूंकि यह अंक स्‍कूल देंगे और स्‍कूल द्वारा आयोजित की गईं परीक्षाओं में प्रश्‍न पत्र की गुणवत्‍ता, उनका मूल्यांकन, परीक्षाओं के संचालन के तरीके में भिन्‍नता के कारण स्‍कूलों के बीच सही तुलना नहीं हो पाएगी. लिहाजा सीबीएसई ने प्रत्‍येक स्‍कूल को एक विश्वसनीय रेफरेंस मॉडल का उपयोग करके छात्रों को अंक देने के लिए कहा है. 

CBSE ने कहा है कि स्कूलों को इस प्रक्रिया को पूरा करके 5 जून तक सीबीएसई को नतीजे जमा करना होंगे क्‍योंकि सीबीएसई ने पहले ही घोषणा कर दी है कि वह 20 जून को परिणाम घोषित करेगा.