नई दिल्ली: सीबीएसई (CBSE) की 12वीं की बोर्ड (12th Board) परीक्षाओं को लेकर अब तक असमंजस की स्थिति बनी हुई है. इस मसले को लेकर शिक्षामंत्री रमेश पोखरियाल निशंक (Ramesh Pokhriyal Nishank) आज केन्द्रीय मंत्रियों के साथ बैठक कर रहे हैं. इसके बाद परीक्षाओं की तारीख और परीक्षा कराने की पूरी योजना को लेकर तस्वीर सामने आ सकती है. शिक्षामंत्री की केन्द्रीय मंत्रियों कि इस हाई लेवल मीटिंग में आज (23 मई) CBSE, ICSE बोर्ड एग्जाम और अन्य एंट्रेस एग्जाम की तारीखों पर भी फैसला हो सकता है.
केवल मुख्य विषयों की हो सकती है परीक्षा
कोविड-19 के कारण मौजूदा स्थिति को देखते हुए केवल प्रमुख विषयों की परीक्षाएं कराने का निर्णय लिया जा सकता है. हिंदुस्तान टाइम्स की वेबसाइट पर प्रकाशित खबर के अनुसार बोर्ड की योजना केवल महत्वपूर्ण सब्जेक्ट्स के लिए परीक्षाएं कराने की है ताकि कम समय में परीक्षाएं आयोजित करके समय से रिजल्ट जारी किया जा सके.
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एग्जाम पैटर्न में भी हो सकता है बदलाव
CBSE बोर्ड 12वीं क्लास के छात्रों के लिए कुल 176 विषयों की पढ़ाई करने का विकल्प देती है. छात्र इनमें से कम से कम 5 और अधिकतम 6 विषय चुन सकते हैं. इसमें से 4 मुख्य विषय होते हैं. यह Group A के विषय होते हैं, जिनके आधार पर आगे जाकर यूनिवर्सिटीज में में एडमिशन मिलता है. ऐसे में इन करीब 20 प्रमुख विषयों की ही परीक्षाएं कराई जा सकती हैं. इन विषयों में भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित, जीव विज्ञान, इतिहास, राजनीति विज्ञान, बिजनेस स्टडीज, अकाउंट्स, भूगोल, अर्थशास्त्र और अंग्रेजी शामिल हैं.
ऐसी स्थिति में यदि बोर्ड केवल मुख्य विषयों की ही परीक्षा लेती है तो एग्जाम पैटर्न पहले जैसा ही रहेगा. वहीं सभी विषयों की परीक्षाएं लेने की सूरत में एग्जाम पैटर्न को छोटा किया जा सकता है.