![](https://indiapressnews.com/wp-content/uploads/2021/05/cm-hemant-soren-e0a495e0a580-e0a4aae0a4b9e0a4b2-e0a4aae0a4b0-e0a498e0a4b0-e0a4b5e0a4bee0a4aae0a4b8-e0a4b2e0a58ce0a49fe0a587e0a482e0a497.jpg)
![](https://hindi.cdn.zeenews.com/hindi/sites/default/files/2021/05/21/829406-jharkhand.jpg)
Ranchi: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की सकारात्मक पहल ने असर दिखाया है. प्रवासी मजदूरों को लेकर संवेदनशीलता के साथ सरकार ने पूर्व में भी कई कदम उठाए हैं. उसी कड़ी में मुख्यमंत्री की पहल पर सरकार ने नेपाल में काम करने वाले 26 प्रवासी मजदूरों की सकुशल वापसी की दिशा में तीव्र गति से एक्शन लिया.
इस संबंध में नेपाल सरकार के सक्षम पदाधिकारियों से राज्य सरकार ने बात की. जिसके बाद नेपाल में काम कर रहे प्रवासी मजदूरों की कल वापसी होने जा रही है.
बता दें कि जिले के रामगढ़ प्रखंड के 26 प्रवासी मजदूर नेपाल देश के ग्राम गैरी गांव, नगरपालिका बारहविषे, जिला सिंघुपाल चौक और अंचल बागमती में फंसे हुए थे. नेपाल गए इन मजदूरों ने सरकार से वतन वापस आने की इच्छा जताई थी. उन्होंने कहा था कि वह वापस आना चाहते हैं, लेकिन आने के कोई संसाधन नहीं मिल रहे हैं.
वहीं, इसकी सूचना विभिन्न माध्यमों से उपायुक्त राजेश्वरी बी को प्राप्त हुई. इसके बाद राज्य सरकार ने इस दिशा में तत्परता के साथ कर्रवाई की. जिसके चलते दुमका जिला प्रशासन द्वारा मजदूरों को वापस लाने हेतु वाहन को नेपाल भेजा गया.
इसके साथ ही रास्ते में किसी प्रकार की कोई कठिनाई नहीं हो इसे ध्यान रखते हुए दंडाधिकारी के रूप में राकेश कुमार कनीय अभियंता लघु सिचाई प्रमंडल तथा अनुप कुमार वर्मा कनीय अभियंता सिंचाई प्रमंडल को प्रतिनियुक्त किया गया है.
ये भी पढ़ें- कोरोना ने खत्म की मानवता! मृतक के लिए नहीं मिली एंबुलेंस, ग्रामीणों ने ठेले से पहुंचाया श्मशान घाट
बस की रवानगी से पूर्व ही नेपाल सरकार की स्वीकृति प्राप्त कर ली गई है. नेपाल से वापस आने वाले प्रवासी मजदूरों की दुमका के इंडोर स्टेडियम में लाया जाएगा. यहां इनके स्वास्थ्य की जांच की जाएगी फिर उन्हें उनके गंतव्य तक भेजा जाएगा.
(इनपुट- सुभीर और कुमार चंदन)