नई दिल्ली: कोरोना (Coronavirus) की दूसरी लहर का सामना कर रहे देश में संक्रमण की रफ्तार कम जरूर हुई है, लेकिन खतरा अभी भी बरकरार है. खासतौर पर मई में कोरोना ने सबसे ज्यादा कहर बरपाया है. रोजाना लाखों मामले दर्ज किए गए हैं. पिछले 21 दिनों में कुल मामलों की बात करें, तो यह संख्या 70 लाख को पार कर गई है. जबकि अप्रैल में 69.4 लाख केस रिकॉर्ड किए गए थे. इसी के साथ मरने वालों का आंकड़ा भी मई में अप्रैल से ज्यादा है.
डराने वाले हैं Figures
‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ की रिपोर्ट के अनुसार, एक से 21 मई तक कुल 73.13 लाख केस दर्ज किए गए. इतना ही नहीं इस महीने में मौतों का आंकड़ा भी हिलाने वाला है. पिछले 21 दिनों में 83,135 लोगों की कोरोना (Coronavirus) की चपेट में आने से मौत हो गई. जबकि अप्रैल में यह संख्या 48,763 थी. इससे पता चलता है कि मई में कोरोना ने कितना कहर मचाया है.
ये भी पढ़ें -Vaccine की किल्लत पर SII का बयान: सरकार ने बिना स्टॉक और WHO गाइडलाइंस देखे सबके लिए खोला टीकाकरण
अभी आ रहे इतने Cases
रिपोर्ट बताती है कि मई में लगभग हर रोज करीब 4000 लोगों की मौत हुई है. हालांकि, इसमें महाराष्ट्र में हुईं कुछ पुरानी मौतें भी शामिल हैं. मई के शुरुआती दिनों में रोजाना कोरोना के चार लाख तक नए मामले सामने आए थे, हालांकि अब नए मामलों में गिरावट दर्ज की जा रही है. फिर भी नए मरीजों की संख्या हर दिन ढाई लाख के आसपास देखने को मिल रही है.
Maharashtra के हाल बेहाल
शुक्रवार को 3 मई के बाद पहली बार ऐसा हुआ कि मरने वालों की संख्या 3,500 से नीचे रही. हालांकि, महाराष्ट्र में स्थिति अब भी चिंताजनक बनी हुई है. खासकर यहां 40 साल से कम उम्र के युवाओं पर कोरोना सबसे ज्यादा कहर बरपा रहा है. बता दें कि कोरोना की पहली लहर के दौरान भी महाराष्ट्र सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य रहा था.