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नई दिल्ली: जापान में कोरोना वायरस महामारी की वजह से टोक्यो ओलंपिक को लेकर मेजबान मुल्क में काफी विरोध हो रहा है. इसके बावजूद इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (IOC) के अध्यक्ष थॉमस बाक (Thomas Bach) ने कहा है कि कहा कि इन खेलों का आयोजन अपने तय वक्त पर होगा.

‘एक साल की हुई देरी’

आईओसी अध्यक्ष थॉमस बाक ने कहा कि अभूतपूर्व स्वास्थ्य संकट की वजह से 2020 में एक साल के लिए स्थगित हुए ओलंपिक के आयोजन से यह संदेश जाएगा कि ‘सुरंग के आखिर में अब भी प्रकाश है (कठिन परिश्रम के बाद आशा की किरण)’. बाक ने ऑनलाइन तरीके से आयोजित अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (FIH) के 47वें कांग्रेस में अपने संबोधन के दौरान यह बयान दिया.

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‘ओलंपिक की उलटी गिनती शुरू’

थॉमस बाक (Thomas Bach) ने कहा, ‘टोक्यो (ओलंपिक) के शुरू होने में काफी कम वक्त बचा है. उसकी उलटी गिनती शुरू हो गई है. इस मुश्किल वक्त के दौरान, हमें जूझारूपन, विविधता में एकता का एक मजबूत संदेश भेजने की जरूरत है. टोक्यो हमें सुरंग के आखिर में रोशनी दिखाएगा.’

‘चुनौती स्वीकार करते हैं’

बाक की टिप्पणी से पहले आईओसी के उपाध्यक्ष जॉन कोट्स ने भी कहा कि महामारी की वजह से शहर में आपतकाल लागू होने के बाद भी टोक्यो में खेलों का आयोजन होगा. आईओसी का ये रुख कोरोना से प्रभावित दुनिया में खेलों की मेजबानी की चुनौतियों को स्वीकर करता है.

जापान में हो रहा है विरोध

जापान के ज्यादातर नागरिक खेलों की मेजबानी के पक्ष में नहीं हैं, क्योंकि महामारी के दौर में इससे देश के चिकित्सा बुनियादी ढांचे पर और दबाव पड़ने की संभावना है लेकिन आईओसी अपने फैसले पर अडिग है. बाक ने यकीन जताया है कि पिछले साल स्थगित हुए खेलों को स्थानीय आयोजकों के साथ, आईओसी सुरक्षित आयोजन में सक्षम होगा.

‘सुरक्षा सबसे अहम’

बाक ने कहा, ‘हम सभी के लिए सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है. हमें जापान के अपने सहयोगियों के साथ यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारे एथलीट एक साथ आएं और सुरक्षित वातावरण में प्रतिस्पर्धा करें. 70 फीसदी से ज्यादा एथलीटों और अधिकारियों को पहले ही वैक्सीन लगाया जा चुका है और यह तादाद समय के साथ और बढ़ेगी. हमें टीकाकरण के लिए तीन वैक्सीन उत्पादकों से भी प्रस्ताव मिले हैं.’ आईओसी प्रमुख ने कहा कि ओलंपिक सपनों को पूरा करने के लिए सबकुछ त्याग करना होगा.