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Ranchi: झारखंड में भी Black Fungus का असर देखने को मिल रहा है. दिनों दिन इसके मरीजों की सख्या बढ़ती जा रही है. वहीं, रिम्स में भी ब्लैक फंगस के 18 मरीजों का इलाज चल रहा है.

रिम्स अधीक्षक ने बताया कि ‘अब तक अस्पताल में कुल 18 ब्लैक फंगस के मरीज आ चुके हैं जिनमें से कुछ की मौत भी हो चुकी है. दवाओं का प्रयोग चालू हो गया है.  रिम्स में ओल्ड ट्रॉमा सेंटर को वार्ड बनाया गया है. जहां ब्लैक फंगस के मरीजों का इलाज हो रहा है. सीरियस होने पर मरीजों को न्यू ट्रॉमा सेंटर में डाला जाता है. स्टेरॉयड के अनुचित प्रयोग और गंभीर बीमारी वालों में ये बीमारी ज्यादा पाई जा रही है. इसके बढ़ने की संभावना है.’

वहीं, ब्लैक फंगस को लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ‘कोविड-19 के इलाज के दौरान जितने ज्यादा लोगों ने ऐसी दवाओं का इस्तेमाल किया जिसमें ऐसे तत्व ज्यादा थे जिसका शरीर पर नकारात्मक असर पड़ा है, ब्लैक फंगस उसी का दुष्परिणाम है. इसके साथ ही कुछ कुप्रबंधन भी हुए हैं जिससे ऐसी बीमारियां सामने आ रही हैं.’

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उन्होंने आगे कहा कि ‘झारखंड में हम इस बीमारी की गंभीरता को नजर अंदाज नहीं कर रहे हैं. चिकित्सकों का कहना है कि इसके मरीजों की संख्या और बढ़ सकती है. जिसके मद्देनजर हम लगातार प्रयास कर रहे हैं, स्वास्थ्य विभाग के साकिट समीक्षा कर रहे हैं.’

इधर, झारखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि ‘कोविड के बाद पोस्ट कोविड को लेकर जितनी तैयारी राज्य सरकार की होनी चाहिए उतनी नहीं है. ब्लैक फंगस के बाद अब White Fungus भी आ गया है. इसके साथ ही कोविड के कई ऐसे मरीज परेशान हैं जिनके लिए सरकार के पास कोई कार्य योजना नहीं है. इसका परिणाम झारखंड की जनता और कोविड मरीजों के परिजन भुगत रहे हैं. जिसकी वजह से हम लगातार अच्छे मानव संसाधन खोते चले जा रहे हैं.’