NIA Raids: लॉरेंस बिश्नोई गैंग (Lawrence Bishnoi Gang) के खिलाफ एनआईए (NIA) ने बड़ा एक्शन लिया है. एनआईए आज (सोमवार को) दिल्ली, एनसीआर, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में लगभग 60 जगहों पर रेड कर रही है. लॉरेंस बिश्नोई गैंग, काला जठेरी ग्रुप (Kala Jatheri Group), बाम्बिया ग्रुप (Bambia Group), कौशल ग्रुप (Kaushal Group), कई अन्य गैंगस्टर और उनके साथियों के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. बता दें कि सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के आरोप में पुलिस कई लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. इस मामले में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लीडर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की भूमिका की जांच हो रही है.

NIA का लॉरेंस बिश्नोई गैंग के खिलाफ एक्शन

पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने रविवार को कहा कि सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या को 6 शार्पशूटरों ने अंजाम दिया और उनमें से चार को गिरफ्तार कर लिया गया है. इसके अलावा दो को पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि कनाडा में छिपे हुए गोल्डी बराड़ को जल्द ही कटघरे में खड़ा किया जाएगा. डीजीपी ने कहा कि मामले में अब तक 23 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. एनआईए इस वक्त लॉरेंस बिश्नोई और अन्य ग्रुप के ठिकानों पर रेड कर रही है.

मूसेवाला हत्याकांड में शामिल आखिरी शूटर भी गिरफ्तार

डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि दीपक मुंडी बोलेरो मॉड्यूल में शूटर है. उसे शनिवार को दिल्ली पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों के साथ जॉइंट ऑपरेशन में पश्चिम बंगाल में नेपाल सीमा के पास से गिरफ्तार किया गया. दीपक मुंडी को कपिल पंडित और राजिंदर जोकर के साथ गिरफ्तार किया गया, जिन्होंने आरोपियों को हथियार और ठिकाने समेत लॉजिस्टिकल सपोर्ट दिया था. मुंडी हत्या में शामिल छठा और आखिरी फरार शार्पशूटर था.

कनाडा में छिपा है गैंगस्टर गोल्डी बराड़

पंजाब डीजीपी के मुताबिक, दीपक मुंडी नेपाल के रास्ते नकली पासपोर्ट पर दुबई भागने की प्लानिंग कर रहा था. यह सब वह कनाडा के गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के निर्देश पर कर रहा था. तीनों आरोपियों ने 105 दिनों तक छिपने के लिए हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल के ठिकानों का इस्तेमाल किया. पंजाब में मनसा की एक अदालत ने रविवार को तीनों आरोपियों को 6 दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया.

गौरतलब है कि सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में अब 35 लोगों को नामजद किया गया है, जिसमें शनिवार को तीन गिरफ्तारियां भी शामिल हैं. मनप्रीत मनु और जगरूप रूपा, जो भगवानपुरिया गैंग के सदस्य हैं, उनको 20 जुलाई को अमृतसर जिले में भारत-पाकिस्तान सीमा के पास एक मुठभेड़ में मार गिराया गया था. गोल्डी बराड़ से फोन पर बात कर रहे आरोपी सचिन थापन को अजरबैजान में हिरासत में लिया गया. एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स के प्रमुख प्रमोद बान के नेतृत्व में एसआईटी हत्या की जांच कर रही है. बिश्नोई गैंग के सदस्य गोल्डी बराड़ का नाम चार्जशीट में है, उसने पहले ही हत्या की जिम्मेदारी ली थी.

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