Munger: छह दिनों से मुंगेर का विद्युत शवदाह गृह की मशीन (Electrical Crematorium Machine ) खराब हो जाने से कोविड से मरे लोगों के दाह संस्कार में दिक्कत आ रही है.
हालांकि, निगम प्रशासन ने मशीन खराब होने पर कोविड-19 (Covid-19) से मरे लोगों के अंतिम संस्कार की वैकल्पिक व्यवस्था कर रखी है.
इसके तहत निगम अपने खर्चों पर फ्री में लकड़ी और कर्मचारी मुहैया कराकर कोरोना संक्रमित मृतक के शव का अंतिम संस्कार करा रही है. करीब एक दर्जन कोरोना संक्रमण मरीजों के लाश को गंगा किनारे निगम द्वारा फ्री में शवदाह कराया गया है.
नगर आयुक्त ने कहा 10 मई से मशीन खराब है जिसके कारण लकड़ी से शवों को जलाना पड़ रहा है. मशीन को लेकर नगर आयुक्त ने कहा कि मशीन के लिए कुछ सामान कलकत्ता से लाया जा रहा है. इसके बाद एक दो दिन में शवदाह गृह चालू हो जायेगी.
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मुंगेर प्रमंडल में मात्र एक विद्युत शवदाह गृह
गौरतलब है कि मुंगेर प्रमंडल में मात्र एक विद्युत शवदाह गृह है जो दस मई से बंद है. इस वजह से कोरोना संक्रमण से मरे शव को जलाने में परिजनों को काफी परेशानी हो रही है.
शवदाह गृह में मुंगेर, लखीसराय शेखपुरा और जमुई जिले के लोग शव को जलाने के लिए आते हैं. वहीं, कोरोना काल में अधिक संख्या में कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत और अधिक संख्या में शव जलने के कारण मशीन खराब हो गयी.
क्षमता से अधिक शवदाह से मशीन खराब हुई
शवदाह गृह में काम कर रहे कर्मचारी सत्यप्रकाश ने कहा की इस मशीन में हर रोज दस शवों को जलाने की क्षमता है लेकिन क्षमता से अधिक शव जलाने के कारण मशीन खराब हो गयी.
उन्होंने कहा हर रोज करीब 20 से 22 कोरोना से डेथ मरीज की बॉडी को जलाते थे. उन्होंने कहा की अभी तक 170 कोरोना बॉडी को शव दाह गृह में जला चुके हैं ये मुंगेर सहित आस -पास जिले के शव थे.
नगर आयुक्त श्रीकांत शास्त्री ने ये बताया
नगर आयुक्त श्रीकांत शास्त्री ने बताया कि यह सच है मुंगेर विद्युत शवदाह गृह पिछले छह दिनों से मशीन में खराबी आ जाने के कारण बंद है जिसे ठीक कराने की कोशिश की जा रही है.
उन्होंने कहा कि एक-दो दिन में ठीक हो जायेगा. उन्होंने कहा यह शवदाह गृह बुडको द्वारा निर्माण कराया गया था और मेंटेनेंस का कॉन्ट्रैक्ट भी उन्हीं के पास है ऐसे में ठीक कराने का प्रयास किया जा रहा है.
कलकत्ता से मंगाया जा रहा है सामान
नगर आयुक्त ने कहा कि कुछ सामान पटना से मंगाया गया है और कुछ कलकत्ता से आने वाला है जल्द ही मशीन को ठीक कर लिया जायेगा. फिलहाल निगम कोविड से मरे लोगों के लिए लकड़ी तथा डोम का निर्धारित खर्चा अपने कोष से भुगतान कर रही है.
अगर ऐसे मृतक के परिजन से कोई डोम या लकड़ी बाला पैसे की मांग करता है तो उस पर कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा जब से मशीन खराब हुई है तब से दस मरीजों को निगम के खर्चे पे जलाया गया है.
01 -9 मई तक कोरोना संक्रमित शव का डाटा
01 मई – 09, 02 मई -09, 03 मई – 07, 04 मई – 06, 05 मई -06, 06 मई -06 ,07 मई -09, 08 मई – 05, 09 मई -04 नगर निगम के आंकड़े के मुताबिक 61 कोरोना संक्रमित शवों को यहां 9 दिनों में जलाया गया है.
(इनपुट- प्रशांत कुमार सिंह)