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Patna: बिहार में कोरोना का कहर जारी है. राज्य में कोरोना संक्रमण के 15 हजार से अधिक मामले सामने आए हैं. इस बीच राजधानी पटना के PMCH अस्पताल में एक ऑक्सीजन स्कैम का मामला सामने आया है.

दरअसल, शुक्रवार को पटना हाइकोर्ट की जांच टीम ने हॉस्पिटल में ऑक्सीजन सप्लाई में हुई गड़बड़ी को पकड़ा है. PMCH में एडमिट मरीजों से दोगुनी संख्या में ऑक्सीजन की खपत को दिखाया जा रहा है. 

इस मामले का खुलासा तब हुआ जब जांच टीम में वहां भर्ती मरीजों व ऑक्सीजन सिलेंडर की खपत के कागजी हिसाब को मिलाया है. हाइकोर्ट की निगरानी में हुई जांच में गड़बड़ी की बात सामने आते ही इसपर सियासत तेज हो गई है.

इस तरह जांच में हुआ खुलासा-

दरअसल, पीएमसीएच में एक दिन के चार्ट के मुताबिक एक मई को वहां कोविड मरीजों की संख्या 127 थी. इसमें नॉर्मल मरीजों की संख्या 125 थी. जिन्हें पूरे दिन में एक सामान्य सिलेंडर की जरुरत होती. जबकि 2 मरीज सीरियस स्थिति वाले एडमिट थे. जिन्हें पूरे दिन में तीन से चार ऑक्सीजन सिलेंडर की जरुरत होती. यानी 24 घंटे में उन 127 मरीजों को ज्यादा  से ज्यादा 150 सिलेंडर की ही जरूरत थी. लेकिन चार्ट के मुताबिक उन पर 348 सिलेंडर की खपत दिखाई गयी.

30 अप्रैल को भी अस्पताल ने ऑक्सीजन का गलत आंकड़ा सरकार को भेजा-

इसी तरह क्रिटिकल वार्ड में 30 अप्रैल को नार्मल रेस्पिरेशन वाले केवल 13 मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर लगा पाया गया. सामान्य तौर पर एक दिन में 13 सिलेंडर खर्च होने चाहिए थे. लेकिन, वहां 120 सिलेंडर की खपत दिखाई गई. इसी तरह गाइनी वार्ड में तीन पेशेंट पर 32 सिलेंडर, ईएनटी विभाग में 23 मरीजों पर 63 और टाटा वार्ड में 48 मरीजों पर एक दिन में 143 ऑक्सीजन सिलेंडर खर्च दिखाए गए.

राजद विधायक ने हाईकोर्ट द्वारा जांच कराए जाने के बाद सरकार पर सवाल खड़ा किया-

इस मामले में राजद एमएलसी प्रो. रामबली चंद्रवंशी ने नीतीश कुमार की सरकार पर बड़ा हमला बोला है. इसके साथ ही उन्होंने मांग की है कि बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था को सेना के हवाले किया जाए. राजद नेता ने हाई कोर्ट की जांच टीम का हवाला देते हुए कहा कि बिहार के सभी सरकारी हॉस्पिटल में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हो रही है. कोरोना के ईलाज के नाम पर लूट कीछूट मिली हुई है. इस मामले में बीजेपी नेता नवल यादव ने भी कहा कि बड़े पैमाने पर सरकारी निजी हॉस्पिटल कालाबाजारी में शामिल हो गए हैं. आम लोगों को ब्लैकमेल किया जा रहा.  

भाजपा नेता भी अस्पताल व डॉक्टरों के रवैये पर सवाल खड़ा किया-

भाजपा नेता ने कहा कि किसी भी निजी हॉस्पिटल में जाने पर पेशेंट को एडमिट करने के साथ ही एक लाख रुपया लिया जा रहा और ऑक्सीजन भी अपने साथ लाने के लिए बोला जा रहा है. यही लोग ऑक्सीजन की कालाबाजारी कर रहे हैं.  ऐसे में सरकार को इसपर कड़ी निगरानी रखने की जरूरत है.साथ ही उन्होंने कहा कि डॉक्टर नर्स जवाबदेही लेने को तैयार नहीं है. ऐसे समय में पटना उच्च न्यायालय को स्वास्थ्य व्यवस्था की मॉनिटरिंग के लिए धन्यवाद है.