News in Brief

Jhunjhunu : राजस्थान के झुंझुनूं (Jhunjhunu News) में फिलहाल जिला अस्पताल में ही मेडिकल ऑक्सीजन का प्लांट लगा हुआ है, लेकिन जिले का दूसरा मेडिकल आक्सीजन प्लांट अब पिलानी के बिरला सार्वजनिक अस्पताल में लगेगा. इसके लिए डेनमार्क (Denmark) से मशीनें मंगवाई गई है. इसके अलावा इस प्लांट की नींव रखकर काम भी शुरू कर दिया है. 

अस्पताल के सामुदायिक स्वास्थ्य व कल्याण निदेशक डॉ. मधुसुदन मालानी के प्रयासों से अस्पताल के ट्रस्टियों ने इसके लिए 40 लाख रूपए के करीब का बजट स्वीकृत किया है. इस प्लांट को प्रस्तावित अन्य सरकारी प्लांटों से पहले स्थापित कर शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है. ताकि ना केवल बिरला सार्वजनिक अस्पताल आक्सीजन (Oxygen) के मामले में आत्मनिर्भर बन जाए. बल्कि पास पड़ौस के इलाकों में भी जरूरतमंद मरीजों को आक्सीजन मुहैया करवाई जा सके. इस प्लांट की नींव विधि विधान से पूजा अर्चना कर डॉ. मालानी ने रखी. 

ये भी पढ़ें-ERCP को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की मांग पूरी करे केंद्र सरकार: गहलोत

उन्होंने बताया कि लगातार जिले में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में आक्सीजन की कमी देखने को मिल रही है. वहीं जिले के लोगों की आक्सीजन के अभाव में जान ना जाए. इसके लिए उन्होंने कोशिश की और इसकी स्वीकृति दिलवाकर काम शुरू करवा दिया गया है. इस मौके पर अस्पताल प्रबंधक जीआर सैनी ने बताया कि करीब 1000 लीटर आक्सीजन का यह प्लांट जल्द से जल्द शुरू करने की योजना है. 

इसके अलावा इस प्लांट को इस तरह डिजाइन किया गया है कि भविष्य में यदि इसकी क्षमता बढाने की जरूरत पड़े तो दो—चार दिनों में ही कुछ मशीनें और एड कर इसकी क्षमता को बढाया जा सकता है. उन्होंने बताया कि डॉ. मधुसुदन मालानी के प्रयासों से ही यह जिले का पहला आक्सीजन प्लांट बनेगा, जो कोई निजी अस्पताल अपने स्तर पर बना रहा है. वहीं जिले का बीडीके के बाद दूसरा मेडिकल आक्सीजन प्लांट होगा.

अन्य निजी अस्पताल भी करें प्रयास
बिरला सार्वजनिक अस्पताल, जिले का पहला निजी अस्पताल बनेगा. जिसके पास अपना खुद का आक्सीजन प्लांट (Medical Oxygen Plant) होगा. ऐसे में डॉ. मधुसुदन मालानी ने सभी निजी अस्पताल संचालकों से अपील की है कि वे आक्सीजन जनरेशन के लिए अपने स्तर पर भी ऐसे प्रयास करें. ताकि हमें प्रशासन या फिर सरकार की तरफ मुंह ना ताकना पड़े. बल्कि हम उनकी मदद के लिए खड़े हो. उन्होंने बताया कि हम छोटे बड़े प्लांट स्थापित कर खुद तो आत्मनिर्भर बन सकते हैं. साथ ही पीड़ित मानवता की सेवा का जो संकल्प हमने लिया है. उस पर भी अपना सहयोग दे सकते हैं.

भोजन किट और अन्य सामग्री का होगा वितरण
डॉ. मधुसुदन मालानी ने बताया कि आने वाले दिनों में उनके द्वारा भोजन सामग्री के किट, मास्क व अन्य कोरोना बचाव की सामग्री बांटी जाएगी. जिसके लिए भी कार्ययोजना तैयार कर ली गई है. अस्पताल ना केवल पीड़ित मानवता की सेवा के लिए, बल्कि समाज के हर तबके की, जरूरतमंदों की जरूरतें पूरी करने के लिए पहले की तरह हमेशा तैयार रहेगा.

रिपोर्ट : संदीप केडिया

ये भी पढ़ें-Rajasthan में अभी ऑनलाइन ही होगी पढ़ाई, डोटासरा ने बताया कब तक बंद रहेंगे स्कूल