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Jaipur: कोरोना की दूसरी लहर जब आई तो ऑक्सीजन किल्लत देश में बड़े स्थर पर देखी गई. ऐसे में कई लोगों की जान ऑक्सीजन कमी की वजह से चली गई. संकट के समय जब ऑक्सीजन मिलना मुश्किल हुआ तो कोरोना संक्रमित मदद के लिए सरकार से गुहार लगाने लगे. ऐसे में कई समाजसेवी संस्थाएं और समाज सेवक मदद के लिए आगे आए, जो अलग-अलग तरीके से मरीजों की मदद करने में जुट गए.

ऐसा ही एक नाम युवा विनोद मीणा की है जो सोशल मीडिया और परिचितों के कॉन्टेक्ट्स के द्वारा दिल्ली ही नहीं कई राज्यों में लोगों की मदद कर रहे हैं. वह अब तक 800 से ज्यादा लोगों की मदद कर चुके हैं.

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दरअसल, करोली के छोटे से गांव कोंडर, गुलाब बाग के रहने वाले रिटायर नायब तहसीलदार केसरीलाल मीणा के पुत्र विनोद मीणा दिल्ली में रहकर UPSC की तैयारी कर रहे हैं. विनोद ने आईआईटी रुड़की (IIT Roorkee) से बीटेक किया है. दिल्ली में जब ऑक्सीजन की मारामारी शुरू हुई तो इन्होंने भी लोगों की मदद के लिए सोशल मीडिया प्लेटफोर्म का यूज किया और लोगों की मदद करने लगे.

धीरे धीरे काम को देखकर लोग मदद मांगने लगे और काम होने लगे तो हौसला बढ़ता गया. विनोद बताते हैं कि इसमें कई साथी अधिकारियों और डॉक्टरों ने मदद की. वो कहते है कि ऐसे समय लोगों को आगे आकर मदद करना चाहिए. उन्होंने बताया कि दिल्ली में तो मदद करते ही है, इसके अलावा अन्य राज्यों में भी संपकों के जरिए मदद पहुंचा रहे हैं.

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विनोद ने कहा कि शुरुआत ऑक्सीजन से हुई थी, लेकिन धीरे-धीरे सभी तरह की मदद की जाने लगी. अभी तक 10 राज्यों के दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद, चंडीगढ़, उत्तराखंड, देहरादून, हरिदवार, ऋषिकेश, मेरठ, आगरा, कानपुर, लखनउ, वाराणसी, इंदौर, भोपाल, सागर, रतलाम, अहमदाबाद, बेंगलुरू, पटना, कोलकाता, जयपुर, उदयपुर, जोधपुर, बीकानेर, कोटा, बारां, करौली, टोंक, भीलवाडा, जालोर में लोगों की मदद कर चुके हैं.