नई दिल्ली: हवाई अड्डे और कई भीड़-भाड़ वाली जगहों पर स्निफर डॉग्स यानी सूंघ कर चीजों के पता लगाने वाले कुत्तों को देखा होगा. ये कुत्ते सुरक्षाकर्मियों को विस्फोटक, ड्रग्स, इलेक्ट्रॉनिक्स या आक्रामक चीजों के बारे में पता लगाने में मदद करते हैं. हालिया रिसर्च में विशेषज्ञों ने दावा किया है कि कुत्ते, इंसानों को सूंघ कर उनमें कोरोना वायरस संक्रमण का पता लगा सकते हैं.
क्या कहता है रिसर्च?
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक फ्रांस में किए गए अध्ययन में विशेषज्ञों ने पाया कि कुत्तों के सूंघने की शक्ति 97 फीसदी तक संक्रमण के मामलों का पता लगा सकती है. फ्रांस के मैसन्स अल्फोर्ट के नेशनल वेटरनरी स्कूल में वैज्ञानिकों ने 16 मार्च से 9 अप्रैल के बीच ये अध्ययन किया. इस स्टडी के लिए 335 लोगों को चुना गया.इनमें से 109 लोग आरटी-पीसीआर टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए. इसके बाद इन लोगों के पसीने के सैंपल लिए गए. इन सैंपलों को जार में रखकर दो अलग-अलग तरह के कुत्तों को सूंघने के लिए दिया गया.
मिनटों में संक्रमितों की कर लेते हैं पहचान
सैंपल के परीक्षण के लिए जिन कुत्तों को शामिल किया गया था, उनका टेस्ट के लिए चयनित लोगों से पहले कोई कनेक्ट नहीं था. विशेषज्ञों ने पाया कि ट्रेंड स्निफर डॉग्स ने वायरस से संक्रमित और गैर संक्रमितों के बीच अंतर करने की क्षमता रखते हैं. खास बात ये भी है कि कुत्ते मिनटों में इस तरह का टेस्ट करने में सक्षम पाए गए, जबकि कोविड के दूसरे टेस्ट में काफी वक्त लगता है.
इन देशों में कुत्तों को दिया जा रहा है पशिक्षण
रिसर्च की कामयाबी को देखते हुए फिनलैंड, दुबई और स्विटजरलैंड जैसे देशों ने भी कुत्तों को संक्रमण सूंघने के लिए प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया है. विशेषज्ञों का मानना है कि अगर कुत्तों को प्रशिक्षित कर दिया जाए तो यातायात की शुरुआत के बाद एयरपोर्ट पर ही संक्रमित लोगों रोकने में काफी मदद मिल सकती है.इतना ही नहीं ये संक्रमण के प्रसार को रोकने की दिशा में बेहतर कदम हो सकता है.
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