UP PET Exam: यूपी पीईटी परीक्षा को लेकर रेलवे प्रशासन की जमकर आलोचना हो रही है. परीक्षा में भारी तादाद में आने वाले छात्रों की पहले से जानकारी होने के बावजूद जरूरी व्यवस्थाएं नहीं की गईं. 15 और 16 अक्टूबर को यूपी के कई जिलों में होने वाले PET Exam में छात्रों को ट्रेनों में तमाम मुश्किलों का सामना करना पड़ा. जिसे देखते हुए रेलवे को स्पेशल ट्रेन चलवानी पड़ी. इन स्पेशल ट्रनों से भी छात्रों को राहत मिलती नहीं दिखी. ट्रेनों में छात्रों की खचाखच भीड़े देखने को मिली. इस दौरान कई जगहों पर रेलवे को गुस्साए छात्रों का विरोध भी झेलना पड़ा.
UP | Rush of passengers was witnessed at Sitapur Junction this evening as a large number of candidates for the UP PET 2022 exam returned from their centres to their homes (16.10) pic.twitter.com/s8dBr2RLBh
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 15, 2022
छात्रों से भरे रेलवे स्टेशन और बस डिपो
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) की प्रारंभिक पात्रता परीक्षा (PET) 2022 के उम्मीदवारों की बड़ी संख्या शनिवार शाम को उत्तर प्रदेश के कई बस डिपो और रेलवे स्टेशनों पर देखी गई. ग्रुप बी और ग्रुप सी पदों में रिक्तियों को भरने के लिए सालाना आयोजित होने वाली टू-टियर परीक्षा की प्रारंभिक परीक्षा आज रविवार को समाप्त होगी. उम्मीदवारों की भारी भीड़ी रविवार को भी देखने को मिली.
सताता रहा परीक्षा छूटने का डर
एएनआई द्वारा ट्विटर पर शेयर की गई तस्वीरों में देखा जा सकता है कि उम्मीदवार बड़ी संख्या में रेलवे स्टेशनों पर ट्रेन में चढ़ने की कोशिश कर रहे हैं. कुछ तस्वीरों में एक आदमी को खुली खिड़की से ट्रेन में चढ़ते हुए दिखाया गया है. शनिवार की सुबह और दोपहर के दौरान भी यही हाल था. इस बीच में छात्रों को ट्रेन में चढ़ने में असमर्थता के कारण परीक्षा छूटने का डर भी सताता रहा.
चलाई गईं स्पेशल ट्रेन
यूपीएसएसएससी पीईटी उम्मीदवारों ने रेलवे के सामने अपनी चिंताओं को उठाया और दावा किया कि उन्हें ट्रेनों के समय के बारे में उचित नोटिस नहीं मिला है. उम्मीदवारों ने जिला प्रशासन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके लिए विशेष व्यवस्था करने का भी अनुरोध किया. इस बीच, लखनऊ में भीड़ तुलनात्मक रूप से कम थी क्योंकि उत्तर रेलवे की मंडल रेल प्रबंधक (DRM) रेखा शर्मा ने प्रयागराज से राजधानी शहर और अयोध्या से कई जिलों के लिए उम्मीदवारों के लिए विशेष ट्रेनों का आदेश दिया था.
उम्मीदवारों को झेलनी पड़ी परेशानी
कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर कुछ उम्मीदवार खाली सीटों के अभाव और परीक्षा केंद्र पर सोने की व्यवस्था की कमी के कारण वे अपनी पूरी ट्रेन यात्रा के दौरान खड़े रहे. भीड़ अधिक थी क्योंकि उम्मीदवार आज होने वाले प्रीलिम्स के दूसरे दिन के लिए उपस्थित होने के लिए समय पर अपने घर लौटना चाहते थे. राज्य सरकार ने कथित तौर पर हर रेलवे स्टेशन और बस डिपो में हेल्पडेस्क स्थापित किए हैं ताकि उम्मीदवारों को यह पता लगाने में मदद मिल सके कि वे अपने परीक्षा केंद्रों से कितनी दूर हैं और वे अपने गंतव्य तक कैसे पहुंच सकते हैं.
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(एजेंसी इनपुट के साथ)