![](https://indiapressnews.com/wp-content/uploads/2021/05/corona-kashmir-e0a4aee0a587e0a482-3-e0a4b9e0a49ce0a4bee0a4b0-e0a4b8e0a587-e0a49ce0a58de0a4afe0a4bee0a4a6e0a4be-e0a4b8e0a482e0a495e0a58d.jpg)
![](https://hindi.cdn.zeenews.com/hindi/sites/default/files/2021/05/07/819947-oxygen.jpg)
श्रीनगर: जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में कोरोना (Coronavirus) मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. कश्मीर के विभिन्न अस्पतालों में इस वक्त 3 हजार से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव मरीज भर्ती हैं. इसके चलते जम्मू कश्मीर में मेडिकल ऑक्सीजन (Medical Oxygen) की मांग तेजी से बढ़ी है.
दिन-रात काम कर रहे हैं प्लांट
जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में मेडिकल ऑक्सीजन बनाने वाली निजी कंपनियां इस मांग को पूरा करने के लिए पिछले 20 दिनों से दिन-रात अपने प्लांट को चालू रखे हुए हैं. ये प्लांट पहले 55 प्रतिशत तक ऑक्सीजन इंडस्ट्री को देते थे. जबकि 45 प्रतिशत मेडिकल ऑक्सीजन (Medical Oxygen) अस्पतालों को जारी करते थे.
अब प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ते देख प्राइवेट और इंडस्ट्रियल सेक्टर को ऑक्सीजन (Oxygen) सप्लाई बंद कर दी गई है. कोरोना मरीजों की मांग को पूरा करने के लिए सभी ऑक्सीजन को कोविड अस्पतालों में भेजा जा रहा है.
रोजाना 25 ट्रक सिलेंडर की सप्लाई
कश्मीर में एक निजी ऑक्सीजन प्लांट के मालिक शफी ने कहा, ‘हम कश्मीर के दो बड़े अस्पतालों SKIMS और SMHS को ऑक्सीजन (Oxygen) सिलेंडर की सप्लाई करने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं. दो हफ्ते पहले हम कुछ ही सिलेंडरों की सप्लाई कर रहे थे लेकिन अब रोजाना इन दोनों अस्पतालों को 25 ट्रक सिलेंडर की सप्लाई कर रहे हैं.’
शफी ने कहा कि पिछले साल ऑक्सीजन (Oxygen) की मांग इतनी नहीं थी. उन्होंने कहा कि वे ऑक्सीजन की इस बढ़ती मांग को पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं. इसके बावजूद अगर कोरोना मामलों की संख्या बढ़ती रही तो डिमांड को पूरा करना एक मुश्किल काम होगा. ऐसे में सरकार को उसे कंट्रोल करने के बारे में अभी से प्लान बनाना होगा.
ये भी पढ़ें- Corona: पीएम मोदी ने मणिपुर, त्रिपुरा, सिक्किम के सीएम को मिलाया कॉल, राज्यों के हालात का लिया अपडेट
इंडस्ट्री को ऑक्सीजन सप्लाई पर बैन
उधर प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि श्रीनगर के अस्पतालों में 20,000 एलपीएम ऑक्सीजन की मांग है. इनमें से 16,000 एलपीएम ऑक्सीजन (Oxygen) अलग-अलग इलाकों में बने प्लांटों से मिलती है और बाकी सप्लाई निजी गैस एजेंसियों की ओर से की जाती है. ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए इंडस्ट्रियल यूज के लिए ऑक्सीजन की सप्लाई पर पूरी तरह से बैन लगा दिया है.
LIVE TV