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Gopalganj: मानसून आने में अभी भले ही कुछ दिन शेष हो, लेकिन बाढ़ की आशंका से गोपालगंज के लोग अभी से दहशत में है. यहां साइक्लोन यास की वजह से कई घंटे तक भारी बारिश हुई थी. इस बारिश की वजह से और गंडक के जलस्तर में मामूली वृद्धि की वजह से सारण बांध पर बनाया गया बेडवार अब धंसने लगा है.

दरअसल, सारण तटबंध को कटाव से बचाने के लिए बैकुंठपुर के मुंजा गांव में एक किलोमीटर में जिओ बैग लगाए गए थे. करीब साढ़े चौबीस करोड़ की लागत से लगाए गए जिओ बैग अब गंडक में धीरे-धीरे गिरने लगे हैं. जिसकी वजह से बैकुंठपुर के दर्जनों गांव के लोग बाढ़ की आशंका से दहशत में आ गए हैं.

वहीं, बैकुंठपुर के पूर्व विधायक मिथिलेश तिवारी ने जल संसाधन विभाग के ऊपर गंभीर आरोप लगाए हैं. पूर्व विधायक मिथिलेश तिवारी के मुताबिक, ‘गोपालगंज में गंडक नदी का 40 किलोमीटर रेड जोन बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र में है. वर्ष 2017 में 9 जगह और वर्ष 2020 में 7 जगह बांध टूटा था. अभी के हालात भी ठीक नहीं है जिसकी सूचना कई बार दी गई है.’

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मिथिलेश तिवारी ने कहा कि एक बार फिर बाढ़ से लोगों को जूझना पड़ सकता है. उन्होंने कहा कि बैकुंठपुर के मुंजा गांव में 1 किलोमीटर में बेडबार बनाया गया है. भारी भरकम राशि खर्च करने के बाद भी जिओ बैग गंडक में समाने लगा है, जो जल संसाधन विभाग के खराब और मानक के अनुरूप काम नहीं करने की वजह से हुआ है.’

पूर्व विधायक ने कहा कि ‘बैग में बालू के बदले मिट्टी भरकर डाली जा रही है. संवेदक बांध की सुरक्षा कम अपनी सुरक्षा में ज्यादा लगे हैं. कुछ स्थानीय राजनेता के गुर्गे भी इसमें शामिल है.’

वहीं, पूर्व विधायक ने मुख्यमंत्री व जल संसाधन मंत्री को भी सूचना दी है कि बैकुंठपुर के मुंजा में तटबंध में दरार आई है, निरोधात्मक कार्य प्रभावित हुआ है.

पूर्व विधायक मिथिलेश तिवारी ने चेतावनी देते हुए कहा कि ‘अगर जल संसाधन विभाग के अधिकारी इसे समय रहते ठीक नहीं करते हैं तो हम बड़ा आंदोलन करेंगे.’

(इनपुट- मधहेश तिवारी)