भोपाल। भोपाल के होशंगाबाद रोड इलाके में सुबह हल्की बारिश हुई। जिसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को रोड शो के लिए छाता लगाना पड़ा। उन्होंने होशंगाबाद रोड और गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की महापौर कैडिडेट मालती राय के लिए वोट मांगे। शुक्रवार को शहर में ढाई घंटे में ही सबसे ज्यादा सवा तीन इंच पानी गिरने से सड़कें लबालब हो गईं थीं। सागर की नदी में बाढ़ से तीन लोग फंस गए। इनको दूसरे दिन रेस्क्यू किया जा सका।

मध्यप्रदेश में जून में 52 जिलों में से 31 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई। 14 जिलों में मानसून मेहरबान रहा और सामान्य बारिश हुई। प्रदेश के 7 जिलों में सामान्य से ज्यादा बारिश रही। मौसम विभाग सामान्य से 19% कम और 19% ज्यादा बारिश को सामान्य की कैटेगरी में रखता है। MP में मानसून सेट हो गया है। गुरुवार के बाद शुक्रवार को भी जोरदार बारिश हुई। भोपाल शहर में तो ढाई घंटे में ही सबसे ज्यादा सवा तीन इंच पानी गिरने से सड़कें लबालब हो गईं। सागर की नदी में बाढ़ से तीन लोग फंस गए। इनको दूसरे दिन रेस्क्यू किया जा सका।

वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि शनिवार को भी कई इलाकों में तेज बारिश हो सकती है। मध्यप्रदेश के मध्य इलाकों जैसे इंदौर, उज्जैन और भोपाल में कहीं-कहीं तेज बारिश हो सकती है। इसके बाद दो दिन तक ज्यादा बारिश की संभावना नहीं है। मानसून का अल्प विराम हो सकता है। तीन दिन बाद प्रदेश में फिर से जमकर बारिश शुरू होगी। मध्यप्रदेश के कई इलाकों में तेज बारिश हो सकती है।

उधर, बारिश से सागर में धसान नदी उफना गई है। बंडा ब्लॉक के बरायठा इलाके में परसुवां गांव से लगे जंगल में बकरियां चराने गए तीन चरवाहे नदी में फंस गए। वे गुरुवार रातभर नदी के दूसरी तरफ फंसे रहे। शुक्रवार को उन्हें 15 बकरियों समेत रेस्क्यू कर निकाला गया। SDRF के प्लाटून कमांडर विनीत तिवारी ने बताया कि परसुवां गांव के तीन चरवाहे प्रकाश रजक (35), मनोहर रजक (18), रवि आदिवासी (19) 15 बकरियों को जंगल में चराने के लिए गुरुवार दोपहर लेकर गए थे। तब नदी में पानी कम था, तो नदी में से निकलकर दूसरी तरफ जंगल में पहुंच गए। शाम को वापस गांव की ओर लौटे तो नदी का बहाव तब तक तेज हो गया था। इस वजह से वे दूसरी ओर फंस गए थे।